एटीएम बदलकर रुपये निकालने, अकाउंट से रकम ट्रॉसफर, पेटीएम के बाद में लाटरी निकलने का झांसा देकर लोगोंं को अपने जाल में फसाया जा रहा है। आए दिन साइबर क्राइम के मामले सामने आ रहे है। नोएडा साइबर क्राइम प्रभारी की आने तो लाटरी निकलने का झांसा देकर लोगों से उलटे पैसे मंगवाए जाते है। ये रुपये सर्विस चार्ज, एयरपोर्ट पर टैक्स देने आदि के नाम पर लिए जाते है। लोग भी करोड़ों के चक्कर में आसानी के साथ में पैसे उनके अकाउंट में डाल देते है। लेकिन बाद में हाथ मलते रह जाते है। साइबर सेल के प्रभारी की माने तो ऐसे लोगों के झांसे में न आए। इनके झांसे में आकर आपनी कमाई धनराशि को गवा सकते है।
वॉट्सएप का ले रहे है सहारा साइबर क्राइम का मामला तेजी से बढ़ता जा रहा है। पुलिस से बचने के लिए जालसाजों ने अब ट्रेंड बदल लिया है। अब वे फोन करने की जगह लोगों को वॉट्सएप मैसेज भेजे जा रहे हैं। ताकि लोकेशन ट्रेस न हो सके।
लाटरी का देते है झांसा इनदिनों तेजी के साथ में वॉट्सएप नंबर पर मैसेज भेजा जा रहा है। मैसेज में लिखा होता है कि 50 से 65 लाख रुपये की लॉटरी आपने जीती है। यह लकी ड्रा 5 कंपनियों का है। इनमें केबीसी, एयरटेल, जियो और वोडाफोन आदि शामिल हैं। लाटरी पाने के लिए इन दिशानिर्देशों का पालन करें। यहीं से ठगी शुरू होती है।
यहां तक की मैसेज में बैंक मैनेजर का नंबर देकर बात करने के लिए कहा जाता है। इसमें क्लिप भी होती है, इनमें केबीसी के ऑल इंडिया सिम कार्ड के लकी ड्रा कंप्टीशन में 25 सिम सलेक्ट होने की बात होती है। साथ ही केबीसी हेड राक्वार्टर का नंबर भेजकर उससे लॉटरी की जानकारी लेने को कहा जाता है। यहां तक की उन्हें लाटरी का नंबर तक दिया जाता है। उसके बाद में टैक्स के नाम पर कुछ प्रतिशत राशि बैंक खाते में जमा कराने की बात कही जाती है। बैंक अकांउट नंबर बताया जाता है। धीरे-धीरे विभिन्न टैक्स व सर्विस चार्ज के नाम पर लाखों जमा करा लिया जाता है। बाद में फरार हो जाते है।