बादलों में छिपा हुआ था चांद करवा चौथ के मौके पर बारिश के चलते चांद बादलों के पीछे छिपा हुआ था। चांद का दीदार करने के लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ा। सुहागिनों के अलावा घर के दूसरे सदस्यों ने छत और बालकनियों में जाकर चांद को तलाशने की कोशिश की। आखिरकार प्रतीकात्मक रूप से चंद्रमा को मानकर सुहागिनों ने पूजा किया और व्रत पूरा किया।
गरज-चमक के साथ हुई बारिश करवा चौथ की शाम करीब साढ़े पांच बजे मौसम ने करवट ली, छह बजे से बारिश शुरू हो गई और ओले गिरने लगे। करीब आठ बजे तक बादलों की गरज चमक जारी थी, और दिल्ली में अलग-अलग क्षेत्रों में कहीं तेज तो कहीं रिमझिम बारिश हो रही थी। दूसरी तरफ दिनभर से भूखी प्यासी सुहागिन महिलाएं इस उठापटक में दिखाई दीं कि आज आसमान में चांद दिखेगा भी या नहीं। फिलहाल रात को 9.22 बजे से महिलाओं ने पूजा और व्रत खोलना शुरू कर दिया था। इधर दिन में मंडावली में महिलाओं के लिए करवा चौथ व्रत कथा का सामूहिक आयोजन किया गया। सैकड़ों सुहागिन महिलाओं ने इसमें हिस्सा लिया।