मेरठ वन प्रभाग में मेरठ के साथ बागपत जिला भी आता है। जिसमें वनों में समग्र रूप से 30 प्रकार के वन्य जीवों की गणना की जाती है। इस वर्ष बंदरों की संख्या 7637 आंकी गई है। जबकि वर्ष 2019 में बंदरों की संख्या 5607 रही थी। जंगलों के साथ शहरी क्षेत्र में भी बंदरों की संख्या तेजी से बढ़ी है। जो आम लोगों के लिए समस्या बन रहे हैं। वहीं वन विभाग की इस गणना में इस बार तीन मगरमच्छ खादर और आसपास के क्षेत्र में मिले हैं।
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पांच लकड़बग्घों को चिन्हित किया गया है। हालांकि घड़ियालों की संख्या में भी कमी आई है। 2019 की गणना में घड़ियालों की संख्या 202 थी जो कि अब मात्र 43 रह गई है। इस बारे में मेरठ डीएफओ राजेश कुमार का कहना है कि घड़ियाल विचरण करते हुए काफी दूर तक निकल जाते हैं। इस कारण से इनकी संख्या में कमी आई है। वहीं गुलदारों की संख्या हस्तिनापुर वन क्षेत्र में बढ़ी है जो कि अच्छा संकेत है।वन्य जीव —————2019 ——————-2022
तेदुआ ——————–7 ———————–9
फिशिंग कैट ————-39 ————————-11
जंगली बिल्ली ———-209 ———————–144
काला हिरन ————0 ————————–0
सांभर —————–38 ———————–14
बारासिंगा —————9 ————————-18
मगर ——————-0 ————————— 3
बंदर —————–5607 ———————- 7637
घड़ियाल —————-202 ————————43
लकड्बग्घा —————-0 —————————5
मोर ———————- 703 ———————- 769
कुल वन्य जीव ————11552 ——————–12312