इधर, भारत बंद के आह्वान को देखते हुए
योगी आदित्यनाथ सरकार हर जिले में सतर्कता बरत रही है, लेकिन इसके बावजूद भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ और सहारनपुर में दलित संगठन से जुड़े लोग सड़क पर उतर आए हैं। एससी-एसटी एक्ट पर फैसले का मेरठ में दलित संगठनों ने काफी विरोध किया है। जगह-जगह इसको लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बंद के दौरान सबसे बड़ी खबर मेरठ से आ रही है जहां रोहटा थाना क्षेत्र के जटौली फाटक पर प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस चौकी और एक बस को आग के हवाले कर दिया है। साथ ही कई बसों में तोड़फोड़ भी की गई है। बताया जा रहा है कि यहां एक व्यक्ति की भी मौत हो गई है। उक्त व्यक्ति मीडिया संस्थान का बताया जा रहा है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी है। दरअसल, यहां दलित मीडिया को देख आक्रोशित हो गए और उन्होंने प्रदर्शन की कवरेज करने पहुंच सभी पत्रकारों को दौड़ा दिया।
इसी तरह सहारनपुर में सुबह करीब 9 बजे बड़ी संख्या में दलित समाज के लोग कोतवाली देहात क्षेत्र में नाजिरपुरा गांव के सामने इकट्ठा हो गए। यहां से ही सबसे पहला जाम लगाया गया। आपको बता दें कि जब सहारनपुर में जातीय हिंसा भड़की थी तो भीम आर्मी सेना के लोगों ने नाज़िरपुरा गांव के सामने ही वाहनों को आग लगा दी थी। अब एक बार फिर से यहां भीड़ उग्र होती दिखाई दे रही है। भीड़ के छोटे-छोटे टुकड़े नाज़िरपुरा से शहर की ओर घुसे हैं और जो जबरन दुकानों को बंद करा रहे हैं। इनके हाथों में डंडे हैं झंडे हैं और नारेबाजी करते हुए या टुकड़ियां शहर के अंदर प्रवेश कर रही हैं और दिल्ली यमुनोत्री हाईवे को इन्होंने पूरी तरह से जाम कर दिया है। नाज़िरपुरा में भारी भीड़ इकट्ठा हो गई है। पुलिस समझाने की कोशिश कर रही है, लेकिन भीड़ नहीं मान रही और उग्र होती जा रही है।