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इन नन्हों ने इस तरह लिया गोरैया बचाने का संकल्प पुलिस पर लापरवाही का आरोप हंगामा कर रहे लोगों का कहना था कि पुलिस की लापरवाही के कारण हत्या हुई है। अगर पुलिस पहले से सतर्क होती तो हत्यारोपी पकड़ में आ सकते थे। परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए रोड पर जाम लगा दिया। बाद में पुलिस ने समझा बुझाकर जाम खुलवाया। गौरतलब है कि विगत पंद्रह मार्च को खरखौदा के किराना व्यापारी मनोज का नौ वर्षीय पुत्र दक्ष का अपहरण कर लिया गया था। वह कक्षा चार में पढता था। दक्ष के अपहरण के बाद बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
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वित्त नियंत्रक को मिला था एमबीबीएस का लीक पेपर, एसटीएफ ने जांच शुरू की तो खुला काॅपियां बदलने का खेल जंगल के नाले में मिला शव दक्ष का शव धनतला गांव के जंगल में नाले से बरामद हुआ। उसके हाथ-पाव बंधे हुए थे और गले में रस्सी का फंदा लगा हुआ था। परिजनों ने पुलिस की लचर कार्रवाई को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रदर्शन किया। लाश मिलते ही गांव में तनाव फैल गया। पुलिस को जानकारी मिलते ही एसपी देहात और सीओ मौके पर पहुंच गए। इसके बाद परिजनों को शांत कराया जा सका। पुलिस ने जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने आश्वासन दिया है।
एसएसपी ने की खरखौदा में गश्त मौके पर पहुंची एसएसपी ने एसओ आड़े हाथ लेते हुए कड़े शब्दों में सबके सामने आरोपियों को पकड़ने की चेतावनी दे डाली। एसएसपी ने खरखौदा में शांति बनाए रखने के लिए गश्त की और व्यापारियों से शीध्र ही आरोपियों के पकड़े जाने का अश्वासन दिया।