मुख्यमंत्री 10 अगस्त को यूपी पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गौसंवर्धन संस्थान, मथुरा (वेटरनरी विश्वविद्यालय) में आ रहे हैं। यहां विभिन्न योजनओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। अभी तक सूबे के चार मण्डलों में इस योजना का संचालन हो रहा है। 10 अगस्त से प्रदेश भर में इस योजना के लागू होने की संभावना है। इसकी अधिकृत घोषणा मथुरा वेटरिनरी विश्वविद्यालय में मुख्यमंत्री द्वारा किए जाने की तैयारी है।
आगरा और मथुरा के सभी पशु चिकित्सालयों पर सेक्स सीमन उपलब्ध है। पशु मित्र से लेकर पशु चिकित्सक सेक्स सीमन से गाय को गर्भवती कर सकते हैं। आगरा में फशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश शर्मा ने बताया कि अभी पशुपालक इस बारे में अधिक जागरूक नहीं है। उन्हें जागरूक किया जा रहा है। सेक्स सीमन के उपयोग का लाभ यह है कि गाय सिर्फ बछिया देगी। गाय दूध देती है, इस कारण उसे आवारा नहीं छोड़ेंगे। बछ़ड़े को तो पैदा होते ही छोड़ दिया जाता है।
इस समय छुट्टा गौवंश किसानों के लिए बड़ी समस्या बने हुए हैं। अगर एक पशु पूरे दिन में 10 किलो सूखा भूसा भी खाता है तो कोई भी पशु अपने जीवनकाल में तीन लाख से ज्यादा का भूसा खा जाएगा। वह किसानों की फसलों का नुकसान करता है। सड़क किनारे रेन बसेरा करने वाले कितने ही लोगों की ये पशु जान ले चुके हैं। फिलहाल आवारा पशुओं का कोई समाधान नजर नहीं आ रहा है। मथुरा में प्रशासन के दखल के बाद दर्जनों गौशालाएं खोली गईं। इन गौशालाओं में छुट्टा गोवंश को एकत्रित कर किसानों की फसल के नुकसान को कम किया जा रहा है। इस कार्य में शिथिलता बरतने वाले ग्राम प्रधानों को मथुरा के जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र ने बस्ता जमा कराने तक की चेतावनी दे दी थी। इसका कुछ असर भी देखने को मिला, जहां भी ग्राम पंचायत की खाली जगह मिली, वहां गौशाला बना कर किसानों की गेंहूं की फसल में नुकसान को कम किया गया। जब प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिलीं तो ग्रामीणों के सहयोग से खुलीं ये गौशालाएं एक-एक कर बंद होती चली गईं। यह योजना चरमरा गई है। कुछ गौशालाओं में गोवंश की मृत्यु के बाद दूसरी गौशालाओं से भी गायों को मुक्त कर दिया गया।
इस समस्या का समाधान सेक्स सेल तकनीक में दिख रहा है। इस तकनीक का यह लाभ है कि इस सीमन से सिर्फ मादा बच्चा ही पैदा होगा। वह भी उच्च उत्पादकता वाला होगा। ऐसे उपयोगी पशु को शायद ही कोई किसान छोड़े। सरकार ने कुछ अच्छी नस्ल के पशुओं के सीमन पर छूट का भी प्रावधान किया है। साहीवाल गाय के सीमन पर एक हजार रुपये की छूट है। इसकी कीमत 1330 रुपये है। जो पशुपालक को मात्र 300 रुपये में मिल रहा है। मथुरा के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी भूदेव सिंह से जब इस बारे में जानकारी की गई तो उन्होंने इस तरह की किसी योजना से ही अनभिज्ञता जता दी।