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करीब 7 लाख करोड़ रुपए का फायदा
शुक्रवार को कारोबारी सत्र समाप्त होने के बाद सेंसेक्स 1921 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ। बाजार बंद होने के बाद बांबे स्टॉक एक्सचेंज का मार्केट कैप 1,45,37,378.01 करोड़ रुपए हो गया था। जबकि गुरुवार को बाजार बंद होने पर मार्केट कैप 1,38,54,439.41 करोड़ रुपए था। अगर दोनों मार्केट कैप के अंतर को देखें तो 6,82,939 करोड़ रुपए हो गया था। यही बाजार निवेशकों का मुनाफा भी है। जानकारों की मानें तो इस बढ़त का काफी समय से इंतजार किया जा रहा था। आपको बता दें कि बीते कई दिनों मार्केट में काफी गिरावट देखने को मिल रही थी।
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4 दिनों में हुआ 4 लाख करोड़ रुपए का नुकसान
इससे पहले सोमवार से गुरुवार तक बाजार में गिरावट की वजह से निवेशकों को चार लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका था। गुरुवार को 450 से ज्यादा अंकों की गिरावट की वजह से मार्केट कैप में काफी अंतर आ गया था। आंकड़ों के अनुसार 13 सितंबर को सेंसेक्स का मार्केट कैप 1,42,42,949.76 करोड़ रुपए था। वहीं 19 सितंबर तक यही मार्केट कैप 1,38,54,439.41 करोड़ रुपए पर आ चुका था। अगर दोनों दिनों के मार्केट कैप के अंतर को देखें तो 4 लाख करोड़ रुपए ही बन रहा है। यही बाजार निवेशकों का नुकसान भी है। अगर बाजार में रौनक नहीं लौटती को निवेशकों के नुकसान में इजाफा होने के आसार बढ़ गए थे।
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वित्त मंत्री ने किए यह बड़े ऐलान
गोवा में होने वाली जीएसटी काउंसिल की बैठक से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कंपनी और कारोबारियों को राहत देते हुए कॉरपोरेट टैक्स घटाने का ऐलान किया। निर्मला सीतारमण ने बताया कि टैक्स घटाने का अध्यादेश पास हो चुका है। उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट टैक्स 22 फीसदी कर दिया गया है। वहीं कारोबारियों का सरचार्ज और सेस मिलाकर इमकम टैक्स 25.17 फीसदी कर दिया गया है। वहीं लांग टर्म कैपिटल गेंस पर लगे सरचार्ज को पूरी तरह से हटा लिया गया है। शेयर बाय बैक पर 20 फीसदी का बढ़ा हुआ टैक्स नहीं लगाया जाएगा। वहीं मिनिमम अल्टरनेटिव टैक्स को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है। वित्त मंत्री ने बताया कि इन रियायतों के बाद देश की केंद्र सरकार को 1.45 लाख करोड़ रुपए का राजस्व घाटा होगा।