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HMPV virus : बच्चों में श्वसन संक्रमण का बड़ा खतरा, जानें लक्षण, जोखिम और बचाव

HMPV virus : जयपुर के वरिष्ठ नियोनेटोलॉजिस्ट, डॉ. मनीष मित्तल ने एचएमपीवी (HMPV virus) को बच्चों में श्वसन संक्रमण का एक प्रमुख कारण बताया है।

नई दिल्लीJan 09, 2025 / 08:39 am

Manoj Kumar

HMPV virus A major risk of respiratory infection in children know the symptoms risks and prevention

HMPV virus A major risk of respiratory infection in children know the symptoms risks and prevention

HMPV virus : मानव मेटाप्नीमोवायरस (HMPV virus) एक श्वसन संक्रमण है जो आमतौर पर हल्की सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण पैदा करता है। हालांकि, यह वायरस शिशुओं, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है।

क्या है एचएमपीवी वायरस? What is HMPV virus?

डॉ. मनीष मित्तल, सीनियर नियोनेटोलॉजिस्ट, जयपुर ने बताया कि एचएमपीवी (HMPV virus) बच्चों में श्वसन संक्रमण का एक प्रमुख कारण है, खासकर उन बच्चों में जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पूरी तरह विकसित नहीं हुई। इस वायरस के कारण सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं, जिनमें नाक बहना, खांसी, बुखार और सांस लेने में परेशानी शामिल हैं।

HMPV virus : गंभीर मामलों में क्या हो सकता है?

डॉ. मनीष मित्तल ने कहा, गंभीर मामलों में यह संक्रमण ब्रोंकियोलाइटिस या निमोनिया में बदल सकता है, जिससे अस्पताल में भर्ती की जरूरत पड़ सकती है। छोटे बच्चों और नवजातों की श्वसन नलिकाएं छोटी होने के कारण उनके लिए यह संक्रमण ज्यादा गंभीर साबित हो सकता है। अगर बच्चे को सांस लेने में कठिनाई, लगातार तेज बुखार या घरघराहट जैसी समस्या हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

HMPV virus : किन बच्चों को ज्यादा खतरा है?

डॉ. मित्तल ने कहा समय से पहले जन्मे या पहले से श्वसन संबंधी बीमारियों से पीड़ित बच्चे ज्यादा जोखिम में होते हैं। बचाव के लिए हाथ धोने की आदत अपनाएं, सतह और खिलौनों को साफ रखें, और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर बच्चों को लेकर न जाएं। बच्चों को खांसने और छींकने के दौरान मुंह ढकने की आदत डालें। अभी एचएमपीवी (HMPV virus) के लिए कोई वैक्सीन नहीं है, इसलिए सतर्कता और समय पर इलाज ही इसका सबसे बेहतर उपाय हैं।
HMPV virus


HMPV virus : भारत में एचएमपीवी के मामले

मुंबई के पवई स्थित हीरानंदानी अस्पताल में एक छह महीने के शिशु के एचएमपीवी पॉजिटिव पाए जाने के बाद देश में इस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 11 हो गई है।
  • बेंगलुरु: 2 मामले
  • गुजरात: 1 मामला
  • चेन्नई: 2 मामले
  • कोलकाता: 3 मामले
  • महाराष्ट्र: 3 मामले
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HMPV virus लक्षण: जानिए कैसे पहचानें एचएमपीवी

स्वस्थ वयस्कों में एचएमपीवी के लक्षण आम सर्दी-जुकाम जैसे होते हैं, जैसे:

  • गले में खराश
  • खांसी
  • नाक बंद होना
    हालांकि, शिशुओं और बुजुर्गों में यह संक्रमण निमोनिया और सांस लेने में तकलीफ जैसी गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। अन्य गंभीर लक्षणों में शामिल हैं:
  • तेज सांस लेना
  • त्वचा का नीला पड़ना (साइनोसिस)
  • घरघराहट
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HMPV virus डॉक्टरों की राय: संक्रमण कैसे रोकें?

एम्स के पूर्व निदेशक, डॉ. रणदीप गुलेरिया के अनुसार, “एचएमपीवी नया वायरस नहीं है, यह काफी समय से मौजूद है। यह आमतौर पर हल्की बीमारी का कारण बनता है, लेकिन बच्चों, बुजुर्गों और सह-रुग्णता वाले लोगों में निमोनिया और सांस संबंधी दिक्कतें पैदा कर सकता है।”
उन्होंने सुझाव दिया:
  • लक्षणों का इलाज करें: बुखार के लिए दवा लें, हाइड्रेशन बनाए रखें, और पोषण का ध्यान रखें।
  • भीड़ से बचें: संक्रमण फैलने से रोकने के लिए भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
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HMPV virus : क्या है एचएमपीवी का इलाज?

एचएमपीवी के लिए अभी कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। हालांकि, नियमित फ्लू वैक्सीन या कोविड-19 वैक्सीन की तीन डोज से संक्रमण से बचाव की संभावना बढ़ सकती है। इलाज केवल लक्षणों को नियंत्रित करने पर आधारित है, जिसमें दवा, आराम, और उचित पोषण शामिल हैं।

HMPV virus : एचएमपीवी और कोविड-19: क्या है अंतर?

एचएमपीवी और कोविड-19 के लक्षणों में समानता है, लेकिन गंभीरता और प्रभाव में अंतर है।

  • एचएमपीवी: हल्के लक्षण, मौसमी और स्थानीय संक्रमण, गंभीर मामलों में ब्रोंकियोलाइटिस या निमोनिया।
  • कोविड-19: हल्के से गंभीर लक्षण, वैश्विक प्रभाव, वैक्सीन और एंटीवायरल दवाएं उपलब्ध।


HMPV virus बचाव के उपाय

  • शिशुओं और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
  • नियमित रूप से हाथ धोएं।
  • इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए स्वस्थ आहार लें।
  • फ्लू वैक्सीन लेने पर विचार करें।
एचएमपीवी एक हल्का लेकिन गंभीर प्रभाव वाला वायरस है। बच्चों और बुजुर्गों में इसका खतरा अधिक है। बचाव के उपाय और सावधानी बरतकर इसके संक्रमण को रोका जा सकता है।

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