इसके बाद जब सुबह 10 बजकर 5 मिनट पर बाजार दोबारा प्री-ओपन हुआ तो करीब 3300 अंक की फिसलन के बाद सेंसेक्स निचले स्तर से रिकवर होता दिखा। यानि सेंसेक्स में सुधार हुआ। इसी तरह निफ्टी भी निचले स्तर से रिकवर होता दिखा। हालांकि रोक की अवधि खत्म होने के कुछ देर बाद सुबह 10.20 बजे एक बार फिर शेयर बाजार में ट्रेडिंग शुरू हुई। अगले 40 मिनट में शेयर बाजार में बढ़त दर्ज की गई। सेंसेक्स 400 अंक से अधिक मजबूत हुआ तो वहीं निफ्टी में भी सुधार होता दिखा। ये शेयर बाजार के इतिहास में सबसे बड़ी रिकवरी है।
अमित शाह की गुगली में फंसे कपिल सिब्बल, कहा- ‘कोई नहीं कह रहा कि सीएए किसी की नागरिकता ये रिकवरी ज्यादा देर तक नहीं टिक सकी और कुछ देर बाद एक बार फिर बाजार में गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया। यह गिरावट बीएसई के सेंसेक्स में 450 और निफ्टी में 190 प्वाइंट नीचे तक पहुंच गया। उसके बाद से सेंसेक्स और निफ्टी में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है।
इससे पहले सुबह 9.15 बजे शेयर बाजार खुलने के कुछ देर बाद 45 मिनट के लिए ट्रेडिंग रोक दी गई थी। बीते 12 साल में पहली बार ऐसा हुआ जब शेयर बाजार में ट्रेडिंग रोकी गई। इससे पहले मई 2008 में भी शेयर बाजार कुछ देर के लिए बंद कर दिया गया था। तब ग्लोबली आर्थिक मंदी का दौर था और भारत में भी इसके संकेत मिल रहे थे।
Coronavirus: भारत में अब तक 74, पुणे में एक और मरीज मिला पाॅजिटिव बता दें कि इस बार दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर जारी है। कोरोना के कहर से भारत का शेयर बाजार भी अछूता नहीं है। शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में भी 33 सौ अंकों की गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी में सुबह के सत्र में 10 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली और लोअर सर्किट लग गया। निफ्टी में कारोबार करीब 45 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया। बीएसई में 33 सौ से ज्यादा कि गिरावट है। बता दें कि गुरुवार को भी शेयर बाजार भारी गिरावट के साथ बंद हुए थे।