सोनल कौशन की मां ऑल इंडिया रेडियो में काम करती थी। उन्होंने ही सोनल को महज छह वर्ष की उम्र में ऑल इंडिया रेडियो के लिए ऑडिशन देने को तैयार किया। इस ऑडिशन में वह सलेक्ट हुई और इस तरह महज छह वर्ष की उम्र में ही उनका वॉइस रिकॉर्डिंग कॅरियर आरंभ हो गया। इसके बाद उन्होंने कई रेडियो शो में काम किया।
जब वो तेरह वर्ष की थी तब उन्हें लोकप्रिय जापानी कार्टून सीरिज डोरेमोन के मेन कैरेक्टर डोरेमोन की डबिंग का ऑफर मिला। इसे उन्होंने स्वीकार किया और तब से आज तक वह लगातार इस कैरेक्टर की आवाज बनी हुई है। डोरेमोन के अलावा सोनल छोटा भीम, पोकेमोन में पिकाचू, कार्टून नेटवर्क के पावरपफ गर्ल्स तथा गेम्स ऑफ थ्रोन्स के आर्या स्टार्क की आवाज भी बन चुकी है।
एक टीनएजर के तौर पर उनके लिए अपने काम के घंटों तथा पढ़ाई के बीच सामंजस्य बिठाना काफी कठिन रहा परन्तु उन्होंने इसे एक चुनौती की तरह स्वीकार किया और दिल्ली यूनिवर्सिटी से बी.कॉम किया। 2012 में वह फुल टाइम वॉइस आर्टिस्ट बनने के लिए मुंबई चआ गई। यहां उन्होंने कई नए किरदारों को आवाज दी और आज वो एक जाना-माना नाम बन चुकी हैं।
डबिंग के चलते आवाज जाते-जाते बची थी
सोनल कौशल अपना एक अनुभव शेयर करते हुए वॉइस रिकॉर्डिंग आर्टिस्ट कॅरियर के खतरों के बारे में बताती हैं। वर् 2016 में जॉली ब्रेवो के किरदार के लिए डबिंग करते हुए उन्हें काफी चीखना-चिल्लाना होता था। इस वजह से उनके गले की नसों में सूजन आ गई और डॉक्टर ने उन्हें गुनगुनाने तक के लिए मना कर दिया। इसके बाद उन्होंने कई सावधानियां बरतनी शुरू की। वह अपने खाने-पीने का भी खासा ध्यान रखती हैं।
सोशल मीडिया पर भी है उनकी पहचान
सोनल कौशल ने सोशल मीडिया पर भी अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है। आज वह यूट्यूब पर The Motor Mouth के नाम से अपना यूट्यूब चैनल चला रही है। इस चैनल के लगभग ढाई लाख सब्सक्राइबर्स हैं।
ये हैं काम की चुनौतियां
सोनल डबिंग के दौरान आने वाली कठिनाईयों के बारे में बात करती हुई बताती हैं कि यह एक बहुत ही कठिन काम है। इसमें आपको एक ही समय में बोलना, वॉइस मॉड्यूल करना और उसे स्क्रीन पर दिखाते हुए किरदार के एक्सप्रेशन्स को फील करते हुए और उनके लिप्स को फॉलो करते हुए डॉयलॉग्स बोलना होता है। ऐसे में शुरूआती दौर में आर्टिस्ट को मेंटली काफी फोकस्ड होना होता है तब जाकर कुछ अच्छा काम निकल पाता है।