शिकायतकर्ता पतिराम पटेल ने बताया कि हरिद्वार से केदारनाथ जाने-आने के लिए हेलीकॉप्टर का टिकट बुक कराने के लिए फेसबुक पर ऐड आया था। उसमें एक मोबाइल नंबर मिला। जिस पर कॉल कर हेलीकॉप्टर टिकट बुक कराने के लिए चर्चा की। इसके बाद उस नंबर के व्यक्ति ने मुझसे लगातार मोबाइल और वाट्सऐप मैसेज से बातचीत कर हेलीकॉप्टर का टिकट बुक करने का भरोसा दिलाकर 13 अप्रैल 2023 को 121050 रुपए बैंक खाता पर जमा कराए और 14 अप्रैल 2023 को मुझे वाट्सऐप में पवन हंस लिमिटेड के नाम से एक टिकट का पीडीएफ भेजा। इसमें मेरे और अन्य रिश्तेदार टोटल 8 लोगों का नाम था। दो लोगों का टिकट नहीं भेजा था।
बात करने पर बोला टिकट बनाकर दे रहा हूं। फिर अलग-अलग बहाना बनाकर पैसों की मांग की। फिर 16 अप्रैल 23 को मेरे भतीजे विवेक नायक के फोन-पे नंबर से उस व्यक्ति द्वारा दिए गए फोन-पे नंबर में 31900 रुपए और 17 अप्रैल 23 को 25000 रुपए उसके बताए बैंक खाता में भेजा। इस प्रकार कुल 177950 रुपए ट्रांसफर करवाया था। मेरे द्वारा ध्यान से देखने पर टिकट का लोगो थोड़ा अलग लगा। इसके बाद उससे मुझे शंका हुई। उसने अलग-अलग बहाना बताना चालू कर दिया और फिर फोन रिसीव करना बंद कर दिया।
तब मुझे शंका हुई कि मोबाइल नबर के धारक ने टिकट बुक कराने के नाम पर मेरे साथ कुल 177950
फ्रॉड किया है। पुलिस ने मोबाइल 9144718678, 9007906249 बैक खाता क्रमांक 309006898100 आईएफएससी आरएटीएल 0000088 के धारक पर धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया।