क्षेत्रीय दलों से सीट शेयरिंग
माना यह जा रहा है कि लालू यादव सूची पर मोहर लगा कर उसे अंतिम रूप देंगे। इसके बाद अब आरजेडी नेता तेजस्वी यादव प्रत्याशियों की पहली सूची जल्द जारी कर सकते हैं। कांगे्रेस से सीटों के बंटवारे को तेजस्वी दिल्ली में कांग्रेस नेता अहमद पटेल से मिलने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि लालू यादव की क्षेत्रीय दलों पर लगाई मोहर के बावजूद अंतिम फैसला कांग्रेस और राजेडी के बीच सीटों को लेकर हुई सहमति के बाद ही होगा।
10 सीटों पर फंसा पेच
इस बीच बताया जा रहा है कि आरजेडी व कांग्रेस के बीच 10 और सीटों को लेकर अभी भी पेंच फंसा हुआ है। आरजेडी 150 सीटों पर चुनाव लडऩे का मन बना रही है। आरजेडी की दिक्कत यह है कि उसे सीटों में अपना कोटा पर्याप्त रखने के साथ ही कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय दलों को भी संतुष्ट करना है। राजद को विकासशील इनसान पार्टी के करीब आधा दर्जन प्रत्याशियों को भी अपने सिंबल पर ही चुनाव मैदान में उतारना है।
कांग्रेस से पिछला वादा पूरा नहीं किया था
बताया जाता है कांग्रेस बीते लोक सभा चुनाव के अपने अनुभवों के कारण कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं है। उस चुनाव में कांग्रेस को 18 सीटों का वादा कर केवल नौ सीटें दी गईं थीं। कांग्रेस से आरजेडी ने राज्यसभा की एक सीट देने का वादा भी पूरा नहीं किया था।
कांग्रेस अड़ी हुई है
जानकारी के मुताबिक आरजेडी ने अपनी तरफ से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले को 13, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को छह और माकर््सवादी कम्युनिस्ट पार्टी को चार सीटों की पेशकश की है। कांग्रेस को 60 विधानसभा तथा एक लोकसभा सीट का ऑफर दिया है। हालांकि, कांग्रेस 70 विधानसभा सीटों से कम पर तैयार नही है। सीपीआई एमएस माले भी 17 सीटों की मांग पर अड़ी है। बताया जा रहा है कि सीटों के अपने फॉर्मूले के अनुसार आरजेडी कांग्रेस सहित महागठबंधन के अन्य घटक दलों से बातचीत जारी रखे हुए है।