जेपीएस राठौर – भाजपा प्रदेश महामंत्री व उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन जेपीएस राठौर को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया है। जेपीएस राठौर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया था।
नरेंद्र कश्यप – पूर्व सांसद नरेन्द्र कश्यप की भूमिका पिछड़ों के वोट बैंक में सेंध लगाने में अहम रही थी। गाजियाबाद की सभी पांच सीटों पर इस बार कमल खिला है। नरेन्द्र कश्यप को मंत्रिपरिषद में स्थान देकर पिछड़ों को साधने का काम भी किया है।
दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ – वाराणसी के कर्मठ नेता दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ को मंत्री बनाया गया है। दयाशंकर मिश्र डीएवी इंटर कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य भी हैं। इस बार नये ब्राह्मण चेहरे के रूप में दयालु को चुना गया है।
दिनेश प्रताप सिंह – रायबरेली कांग्रेस का गढ़ है। दिनेश प्रताप सिंह को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया हैं। कांग्रेस के गढ़ रायबरेली की दीवारों को भाजपा पूरी तरह से ढहाने का प्रयास करेगी। दिनेश को भाजपा ने एमएलसी उम्मीदवार भी बनाया है।
जसवंत सैनी – उप्र पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद अब जसवंत सैनी को राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है। जसवंत सैनी को भी उनकी कर्मठता व सहारनपुर में भाजपा के अच्छे प्रदर्शन का तोहफा मिला है।
दानिश आजाद अंसारी – यूपी कैबिनेट में एकलौते मुस्लिम चेहरे के रूप में दानिश को शामिल किया गया है। दानिश भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश महामंत्री हैं। वह संगठन की निचली पंक्ति से ऊपर उठकर आए हैं।