कैबिनेट मंत्री ने मामले पर लिखित बयान जारी कर कहा कि 2022 विधानसभा में सपा से मेरे खिलाफ रईस चन्द्र शुक्ला ने चुनाव लड़ा था और इस चुनाव में वो बुरी तरह से हार गए थे। उन्होंने आरोप लगाया रईस चंद्र शुक्ला को पार्टी ज्वाइन कराने के फैसले में स्थानीय विधायक की अवहेलना उपेक्षा की गई है।
नंद गोपाल नंदी ने कहा कि पार्टी के लोकतांत्रिक मूल्यों में गहरी आस्था के सिद्धांत के खिलाफ ये फैसला लिया गया है, जो लोग पार्टी को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चलाना चाहते हैं और अपनी कट्टरता से पार्टी को लगातार क्षति पहुंचा रहे हैं। उनकी घोर निंदा करता हूं, नंदी ने कहा ये रवैया पार्टी की मूल वैचारिकी और कार्य पद्धति के खिलाफ है।
दरअसल डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने शानिवार को बीजेपी कार्यालय में रईस चंद्र शुक्ला को बीजेपी ज्वाइन कराई है। रईस चंद्र शुक्ला वहीं शख्स है जिन्होंने पिछले साल विधानसभा चुनाव में नंद गोपाल गुप्ता नंदी के खिलाफ समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ा था। हालांकि इस चुनाव में वो बुरी तरह हार गए थे। लेकिन अब उन्होंने सपा का साथ छोड़ बीजेपी ज्वाइन कर ली है, जिससे नंदी की नाराजगी बढ़ गई हैं।