इसके अलावा, डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन ने कुलपति के निर्देशन में दीपोत्सव के सुचारू और भव्य आयोजन के लिए 22 समितियों का गठन किया है। सरयू के घाटों पर 28 लाख दीये जलाए जाएंगे, जिसमें से 80% मार्किंग का कार्य पहले ही पूरा कर लिया गया है।
ऑनलाइन दीपदान का अनूठा कार्यक्रम ‘एक दीया राम के नाम’ EkDiyaRamKeNaam OnlineDeepdaan श्रद्धालुओं की सुविधा और भागीदारी को ध्यान में रखते हुए अयोध्या विकास प्राधिकरण ने ‘एक दीया राम के नाम’ नामक कार्यक्रम का शुभारंभ किया है। इस कार्यक्रम के माध्यम से वे श्रद्धालु जो अयोध्या नहीं पहुंच सकते, वे ऑनलाइन माध्यम से दीपदान कर सकते हैं। इसके लिए श्रद्धालुओं को वेबसाइट divyaayodhya.com पर जाकर दान देना होगा, जिसके बदले उन्हें प्रसाद भी घर पर भेजा जाएगा। यह प्रसाद उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा तैयार किया जाएगा।
यह पहल उन श्रद्धालुओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगी, जो अयोध्या में दीपोत्सव का हिस्सा नहीं बन सकते, लेकिन अपने भक्ति-भाव को इस महापर्व से जोड़ना चाहते हैं।
दीपोत्सव के आयोजन के लिए 22 समितियों का गठन
डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन ने दीपोत्सव के सफल आयोजन के लिए 22 समितियों का गठन किया है। इन समितियों में समन्वय, अनुशासन, सुरक्षा, सामग्री वितरण, दीप गणना, भोजन, यातायात, स्वच्छता, फोटोग्राफी, मीडिया, प्राथमिक चिकित्सा, साज-सज्जा, रंगोली, पर्यवेक्षण, अग्निशमन, नियंत्रण, निविदा और क्रय जैसी कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का समन्वय किया गया है।
प्रोफेसर प्रतिभा गोयल समन्वय समिति की अध्यक्ष हैं, जबकि दीपोत्सव के नोडल अधिकारी प्रोफेसर संत शरण मिश्र समेत 20 सदस्य इस आयोजन में भाग ले रहे हैं। इन समितियों ने युद्धस्तर पर काम शुरू कर दिया है, ताकि दीपोत्सव को अलौकिक और भव्य बनाया जा सके।
राम की पैड़ी और अन्य घाटों पर दीयों के लिए मार्किंग का कार्य तेज
दीपोत्सव के नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र ने बताया कि राम की पैड़ी और अन्य घाटों पर दीयों की मार्किंग का कार्य तेजी से जारी है। अब तक 80 प्रतिशत मार्किंग का काम पूरा हो चुका है। सरयू के कुल 55 घाटों पर मार्किंग की जा रही है, ताकि 28 लाख दीये जलाए जा सकें। घाट समन्यक और प्रभारी इन चिन्हित स्थलों पर 25 लाख दीपों को प्रज्ज्वलित कराने के लिए तैयारियां कर रहे हैं। इस वर्ष का दीपोत्सव पिछले सालों की तुलना में और भी भव्य होने की उम्मीद है, जहां दीपों के महासागर में अयोध्या पूरी तरह से नहा उठेगी।
अयोध्या दीपोत्सव 2024 न केवल भव्यता और धार्मिक उत्साह का प्रतीक है, बल्कि यह तकनीक और श्रद्धा का एक नया संगम भी है। ‘एक दीया राम के नाम’ जैसे ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से श्रद्धालु घर बैठे इस महोत्सव का हिस्सा बन सकते हैं। अयोध्या के घाटों पर लाखों दीयों की रोशनी में डूबा यह आयोजन न केवल स्थानीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय श्रद्धालुओं के लिए भी एक विशेष अनुभव बनेगा। सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन के प्रयासों से यह दीपोत्सव इस बार और भी विशेष और भव्य होने जा रहा है।