गौरतलब है कि सीतापुर जेल में बंद विधायक पर बलात्कार, हत्या और हत्या के साजिश का मुकदमा दर्ज है। रविवार को रायबरेली में ट्रक ने पीड़िता की कार को टक्कर मारी थी, जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई। पीड़िता और उसका वकील राजधानी के केजीएमयू (KGMU) में वेंटिलेटर पर हैं। पीड़िता के परिजनों ने विधायक पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है।
सरकार पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ- स्वतंत्र देव सिंह स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि रायबरेली एक्सीडेंट एक दुखद हादसा है। सरकार पूरी तरह से पीड़िता और उसके परिवार के साथ खड़ी है। उसका उचित इलाज सरकारी खर्च पर चल रहा है। बड़े से बड़ा डॉक्टर इसके लिए लगाया गया है। उन्होंने कहा कि इस दुर्घटना में जिस ट्रक मालिक का नाम आ रहा है, वह पूर्व में सपा का सचिव रहा है, इसकी भी जांच चल रही हैं। इसके साथ ही सरकार ने परिवार द्वारा सीबीआई जांच की मांग की गई थी, जिसको भी मान लिया गया है।
राज्यसभा के बाद लोकसभा में भी हंगामा उन्नाव रेप पीड़िता एक्सीडेंट कांड को लेकर सपा, बसपा और कांग्रेस सहित विपक्षी दल सरकार पर चौतरफा दबाव बना रहे थे। उन्नाव रेप पीड़िता एक्सीडेंट कांड को लेकर राज्यसभा के बाद मंगलवार को लोकसभा में भी जमकर हंगामा हुआ। अब तक विधायक को बीजेपी से निष्कासित क्यों नहीं किया गया? इसे लेकर विपक्षी दल सरकार की मंशा पर सवाल उठा रहे थे। मामले में भारतीय जनता पार्टी बैकफुट पर थी और कहा जा रहा था कि किसी भी वक्त सेंगर को भाजपा से निष्कासित किया जा सकता है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए पूछा था कि विधायक सेंगर को अब तक भारतीय जनता पार्टी से क्यों नहीं निकाला गया? उन पर बलात्कार का मामला तो दर्ज था ही, अब हत्या और हत्या के प्रयास का केस भी दर्ज हो गया। वहीं, समाजवादी पार्टी के एमएलसी सुनील सिंह साजन ने कहा कि कुलदीप सेंगर सरकार के सबसे चहेते विधायक हैं। इसलिए सरकार इन्हें बचा रही है।