यूपी ग्राम पंचायत चुनाव नई आरक्षण लिस्ट जारी, मैनपुरी में जानें कौन सी सीट हुई आरक्षित कोविड अस्पताल को किया अलर्ट :- यूपी में कोरोना की बढ़ती संख्या को देखकर प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। और तुरंत अलर्ट हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सीएमओ-सीएमएस निर्देश जारी करते हुए कहाकि, जिलों में लेवल-1 के कोविड अस्पताल पांच दिन के नोटिस पर तैयार रहें। जब प्रदेश में कोरोना वायरस की रफ्तार कुछ कम हुई थी तो स्वास्थ्य विभाग ने करीब 1.30 लाख कोविड-19 बेड़ों की व्यवस्था खत्म कर दी थी। और 3 फरवरी से इन सभी अस्पतालों में सामान्य ओपीडी शुरू कर दी गई थी। पर अब जब कोरोना फिर जोर पकड़ रहा तो इन सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। यूपी में संक्रमित रोगियों को भर्ती करने के लिए लेवल—2 के 68 अस्पताल और लेवल-3 के 15 अस्पताल चल रहे हैं।
आरटीपीसीआर जांच जरूरी :- महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ डीएस नेगी ने बताया कि, जिन जिलों में अधिक मरीज आ रहे हैं वहां मरीजों की मैपिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही एक मरीज के संपर्क में आने वाले करीब 25 लोगों में संक्रमण की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि नए मरीज लक्षणविहीन हैं इसलिए कम से कम 50 फ़ीसदी नमूनों की आरटीपीसीआर जांच की जा रही है।
बाहर आने वालों की जांच :- महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ डीएस नेगी ने बताया कि, दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन पर 24 घंटे जांच की व्यवस्था शुरू कर दी गई है।
अब तक 353608 का टीकाकरण :- उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि प्रत्येक दिन करीब एक लाख कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं। 19 मार्च को 1,23,501 को भी टेस्ट किए गए। साथ ही अगर टीकाकरण की बात करें तो 18 मार्च तक यूपी के सभी जिलों में 18 मार्च रात नौ बजे तक कुल 353608 लाभार्थियों का कोविड टीकाकरण किया जा चुका है।
मास्क पहनना जरूरी :- लखनऊ डीएम अभिषेक प्रकाश ने जारी आदेश में कहा कि मैं तत्काल प्रभाव से पूर्व की व्यवस्था को फिर से सख्ती से लागू करने का आदेश देता हूं। उन्होंने कहा कि सभी प्रतिष्ठान/कार्यस्थलों में सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन अनिवार्य रूप से किया जाए। बिना मास्क के किसी को भी प्रवेश न दिया जाए। साथ ही सभी जगहों पर सैनेटाइजर का उपयोग अनिवार्य रूप से किया जाए। डीएम ने चेतावनी दी कि उल्लंघन को दंडनीय अपराध की श्रेणी में माना जाएगा।