यूपी ने कायम की मिसाल, सूबे में कोरोना वायरस टीकाकरण 12 करोड़ पार हुआ नोटरी क्या होता है? :- न्यायालयों, कचहरी और तहसील में नोटरी वकील होता है। जिसे सरकार की तरफ से नियुक्त किश जाता है। यह सरकारी दस्तावेजों, प्रमाण पत्रों को नोटरी करता है। नोटरी एक सरकारी प्रमाणिकता मुहर होती है।
जानें नोटरी वकील का कार्य :- 1. सभी प्रकार के कानूनी दस्तावेजों पर मोहर लगाना तथा उसे प्रमाणित करना।
2. स्टांप पेपर, नोटरी पेपर उचित मूल्य पर प्रदान करना।
3. किसी भी शपथ पत्र का नोटरी करना।
नोटरी वकील बनने की शैक्षिक योग्यता? :- 1. आवेदक का ग्रेजुएशन, एलएलबी पास होना अनिवार्य
2. वकील के रूप कम से कम पांच का अनुभव। नोटरी वकील की कमाई :- नोटरी वकील की सैलरी नहीं होती है। स्टांप पेपर बेचने से कमीशन व नोटरी करने की फीस से कम से कम तीस हजार रुपए की कमाई हो जाती है।
भर्ती के बाद 10275 हो जाएंगे नोटरी अधिवक्ता :- इस फैसल के बाद सूबे में नोटरी अधिवक्ताओं की संख्या 5275 से 10275 हो जाएगी। प्रदेश में 110 नई पारिवारिक अदालतें, 218 नये फास्ट ट्रैक पाक्सो कोर्ट, 100 फास्ट ट्रैक कोर्ट महिलाओं के लिए, 13 नये कामर्शियल कोर्ट व सभी जिलों में मोटर एक्सीडेंट ट्रिब्यूनल की स्थापना की गई। जिस वजह से इतने नोटरी वकील की जरुरत पड़ रही है।
पांच हजार सहायकों को भी मिलेगा रोजगार :- कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि नोटरी अधिवक्ताओं को कम से कम 30 हजार रुपए मासिक लाभ होने वाला है। इसके अतिरिक्त, इन पांच हजार नोटरी अधिवक्ताओं के नियुक्त होने से अप्रत्यक्ष रूप से पांच हजार सहायकों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। नोटरी अधिवक्ताओं का चयन इंटरव्यू के आधार पर होगा।