सम्मानित हुई छह हस्तियां संस्थापिका राधारानी शुक्ल और संस्था के प्रबंध निर्देशक डॉ. श्रीकांत शुक्ल व वरिष्ठ निर्देशक ऋषिकांत शुक्ला की उपस्थिति में सम्मान समारोह में वरिष्ठ रंगकर्मी उर्मिल कुमार थपलियाल, राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के प्रचारक श्याम नंदन, कथक नृत्यांगना कुमकुम आदर्श, मृदंगाचार्य डॉ.राजखुशी राम, संस्कार भारती के संगठन मंत्री गिरीश चन्द्र मिश्र और वरिष्ठ गायिका डॉ.शिवानी मातनहेलिया का सम्मान किया गया। सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत वन्दे मातरम से हुई। इसमें अभिसार सेठ और ऋत्विज मिश्रा ने कीबोर्ड और मयंक रस्तोगी ने गिटार का वादन किया। परंपरा के अनुसार प्रथम देव गणेश की वंदना निश दिन नमो गणपति चरण से हुई। इसमें कृष्ण चंद्र सिंह, उषा सिंह, नीना रामचंद्र, ऋतु सिंह, नैना चंद्रा, नंदनी मिश्रा, अर्जिता मिश्रा, आकर्ष चंद्रा, सूजल पांडेय, देवांश व्यास ने भाग लिया।
लक्ष्मीबाई नृत्य में दिखा वीरांगना का रौद्र रूप
समूह नृत्य में आरती शुक्ला के निर्देशन में अंजलि, आयूषी सिंह, तमन्ना, अनामिका रावत, हर्षिता रजनीश, अगम्या वर्मा, ओजस्वी श्रीवास्तव, निहारिका श्रीवास्तव, नव्या जोशी, संगिनी केसरवानी, कंचन पाण्डेय, प्रीति और जाह्नवी वर्मा ने नव दुर्गा के विभिन्न रूप प्रभावी ढंग से पेश किये। इसी क्रम में रानी लक्ष्मीबाई समूह नृत्य तनिशा मिश्रा, निकिता यादव, संचिता मिश्रा, स्वाति यादव, श्रुति शर्मा, हिति, एशानी गुप्ता, स्मृति शर्मा, उजिशा मिश्रा और अदिति मौर्या ने सुंदर कम्पोजीशन के साथ किया। मोहे रंग दो लाल गाने पर मुस्कान मिश्रा, अन्नाया मेहता, श्रीशा रघुवंशी, किंजल श्रीवास्तव, हर्षिता रजनीश अरुनधती प्रसाद और शिवि सिंह ने सुंदर समूह नृत्य किया। राजस्थानी घूमर लोक नृत्य में डा.भावना आनंद, आशा गौतम, शशि सिंह, विनीता पांडेय और आशिका बिंद ने जीवंत प्रस्तुति दी। लंदन ठुमकदा समूह नृत्य में इनिका, ख़ुशी, प्रमिती, दीक्षा, अन्वेशा, आरना ने प्रभावी प्रस्तुति दी।
उत्तर प्रदेश के शास्त्रीय नृत्य कथक के तहत अगम्या वर्मा, हर्षिता रजनीश, आयूषी सिंह, निहारिका श्रीवास्तव, संगिनी केरसरवानी, ओजस्वी श्रीवास्तव और आरती शुक्ला ने तराना पेश किया। बाहुबली के मशहूर गीत कान्हा सो जा ज़रा पर तविशि, श्रीशा, जाह्नवी सिंह, आरना गुप्ता, अंशिका और अक्षरा ने भा गलिया। उड़ी नींद गीत पर अमिशि कटियार, रिदीमा त्रिपाठी, समीक्षा सिंह, सना शर्मा, सारवी पाण्डेय, सानवी पासी और लाची गुप्ता ने नृत्य किया। नटखट नटखट शीर्षक गीत में सानवी पासी, मुदिता मिश्रा अनुष्का राय, रिद्धि पाण्डेय, आन्या श्रीवास्तव, एल. श्रीशा, श्वेतलाना एस. सिंह और इशिता तिवारी ने उत्साह के साथ भाग लिया। बेगम अख्तर की लोकप्रिय ठुमरी हमरी अटरिया प्रीति, वैष्णवी सक्सेना, इशना, निशि सिंह, दिशारी मायती जिज्ञासा लालवानी, वैष्णवी अवस्थी और धान्या ने नृत्य किया ।
वैष्णवजन सुनाया
ऋचा शुक्ला के निर्देशन में समूह गायन में सारे ग़म को दूर भगा हम सरगम गातें हैं गीत देवांश शर्मा, चिन्मय अग्रवाल, आदित्य वैश्य, आनंद लालवानी, काव्या नंदन, अभिसार सेठ ने पेश किया। इसी क्रम में गांधी जी का विश्व प्रसिद्ध भजन वैष्णव जन तो तेने कहिएजे श्वेता वर्मा, अंजली श्रीवास्तव, आभा श्रीवास्तव, रीना राजपूत, संध्या कुमारी ने गा कर सुनाया। इसमें कीबोर्ड पर डा. ज्योति पंकज, तबले पर शुभ भटनागर, ढोलक पर अरुण शर्मा और कीबोर्ड पर सुन्दर बहादुर ने संगत दी। आराध्या सिंह ने ऐ वतन वतन मेरे आबाद रहे तू देशभक्ति का गीत सुनाकर आयोजन को देशभक्ति से सराबोर कर दिया। इसमें की बोर्ड पर श्रेया भल्लमुड़ी ने साथ दिया। मैं तेनु समझवां लोकप्रिय पंजाबी गाने को प्रगति चतुर्वेदी ने सुनाया। गिटार पर उनका साथ श्रेया भल्लमुडी और कीबोर्ड पर ऋत्विज मिश्रा ने किया। नीना रामचंद्र ने ज़रा होले होले चलो मोरे सजना गीत सुनाया। श्री गणेशा देवा भजन आकाश गुप्ता और अभिषेक कुमार ने सुनाया। इसके आलावा बइयां ना धरो ओ बलमा गीत पर श्वेता वर्मा, संध्या कुमारी ने सुंदर गीत ।
साजों पर सजे लोकप्रिय गीत
चेहरा है या चांद खिला है लोकप्रिय फिल्मी गीत को की बोर्ड पर मोहनीश राज सिंह और रिदिमा त्रिपाठी ने बखूबी पेश किया। इस क्रम में मेधांश मिश्रा ने गिटार पर सरफ़िन सफ़ारी गीत सुनाकर तालियां बटोरीं।