बाहर से आने वाले बदमाशों पर होगी नजर बाहर से आने वाले बदमाशों की जानकारी एसएसपी को देंगे। किस तरह का अपराध बढ़ रहा है, इसकी मॉनिटरिंग करने की जिम्मेदारी होगी। शहर के उन सभी रास्तों का मैप तैयार करेंगे, जिसका इस्तेमाल अबतक बदमाश वारदात करके भागने में कर चुके हैं। बदमाशों के छिपने के ठिकाने और गैंगों के नाम टीम के हर सदस्य को जुबान पर याद रखना होगा। एसएसपी हर सप्ताह एक टीम के साथ बैठकर करके उसकी ओर से जुटाई गई जानकारियों की समीक्षा करेंगे।
एंटी रोमियो स्क्वायड एंटी रोमियो सेल में पुलिस की टीम को महिलाओं, छात्राओं को छेड़ने और कमेंट करने वाले शोहदों को पकड़ने का काम दिया गया। कोई भी शोहदा किसी भी महिला, युवती को परेशान या उनके साथ अभद्रता करते हुए पकड़ा गया तो तत्काल टीम उसे हिरासत में लेगी। इसके बाद उसे थाने लाकर पुलिस उसकी काउंसलिंग करेगी, फिर उसके घरवालों को बुलाकर उसकी हरकत से वाकिफ कराया जाएगा। पकडे़ गए शोहदों का नाम पता बकायदा थाने के रजिस्टर में दर्ज होगा। यदि इसके बाद भी वह दोबारा किसी हरकत में पकड़ा जाता है तो फिर जेल भेज दिया जाएगा। लखनऊ के स्कूल व कॉलेजों के सामने रोमियो पर नजर रखने को एसएसपी ने 23 एंटी रोमियो स्क्वॉयड का गठन गया।
बालिका सुरक्षा अभियान 1 जुलाई से 31 जुलाई तक स्कूलों और कॉलेजों में जाकर लड़कियों को सुरक्षा के लिए जागरूक करने के लिए बालिका सुरक्षा अभियान बनाया गया। इसके तहत हर जिले में बालिका सुरक्षा जागरूकता टीम बनेंगी, जो बालिका सुरक्षा को लेकर अभियान चलाएगी। बालिका सुरक्षा जागरूकता टीम में दो पुलिस अधिकारी व कर्मचारी और महिला एवं बाल विकास विभाग के एक्सपर्ट शामिल होंगे। वहीं इस अभियान की सफलता की समीक्षा भी की जाएगी। मुख्य सचिव की तरफ से सभी जिलों के जिलाधिकारी और एसएसपी को निर्देश जारी कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 समस्याओं को सुनने के लिए व उनका समाधान करने के लिए टोल फ्री मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 बनाई गई है। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 पर अब घर बैठे आपकी शिकायत और समस्या का समाधान आसानी से होगा। इस हेल्पलाइन का हे़क्वार्टर लखनऊ में होगा। यहां हर शिफ्ट में 500 कर्मचारी रहेंगे। शिकायत का समाधान जल्द हो, इसके लिए मुख्यमंत्री कार्यालाय की एक टीम इसकी मॉनीटरिंग करेगी। यह हेल्पलाइन 24 घंटे जनता की समस्याएं सुनी जाएंगी।
स्कूल-कॉलेजों के बाहर लगेंगे कैमरे इसके साथ ही लखनऊ के गर्ल्स स्कूल-कॉलेजों के बाहर स्मार्ट सिटी योजना में हाई फ्रिक्वेंसी वाले कैमरे व सर्विलांस सिस्टम लगाया जाएगा। 110 स्कूलों की सूची तैयार कर ली गई है। इससे छेड़छाड़ की घटनाओं पर अंकुश लगेगाा। पुलिस अधीक्षक यातायात पुर्णेन्दु सिंह ने बताया कि गर्ल्स कॉलेज के बाहर और आसपास कई मनचले खड़े रहते हैं। जब कोई सिपाही पूछता है तो कह देते हैं कि बहन को लेने आए हैं। ऐसे में शोहदे बच जाते हैं, मगर अब सर्विलांस सिस्टम के कारण कमांड कंट्रोल सेंटर से आसानी से सच का पता चल जाएगा। इसके लिए ट्रैफिक सिग्नल लाइटों और चौराहों पर लगे सर्विलांस सिस्टम के कैमरों की तरह स्कूल-कॉलेजों के बाहर लगाए जाने वाले सीसीटीवी कैमरों को भी इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) से जोड़ जाएगा। इसके बाद सीसीटीवी कैमरों से यह भी पता चल जाएगा कि कौन रोजाना गर्ल्स कॉलेज के पास खड़ा होकर छेड़छाड़ करता है।