अमित अग्रवाल ने दिया इस्तीफा
अमित अग्रवाल ने इस्तीफा देते समय कहा कि मैं सूचित करना चाहता हूं कि मैं व्यक्तिगत कारणों से अपनी सेवाओं से त्यागपत्र दे रहा हूं। कंपनी के हालात के कारण मैं इस्तीफा नहीं दे रहा हूं। इसके साथ ही आपको बता दें कि अभी तक जेट को बचाने के लिए कोई भी कंपनी आगे नहीं आई है, जेट के कर्मचारियों काफी परेशानियों से गुजर रहे हैं। हालांकि जेट के ही अंतरराष्ट्रीय सहयोगी एतिहाद ने हिस्सेदारी खरीदने की इच्छा जताई है, लेकिन अभी तक इसके लिए कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है।
जेट एयरवेज के शेयरों में गिरावट
इसके पहले बीएसई पर शेयर मंगलवार को 12.44 फीसदी गिरकर 122.10 रुपए के स्तर पर आ गया। एनएसई पर जेट एयरवेज के शेयर्स 13 फीसदी लुढ़ककर 121 रुपए तक फिसल गया। हालांकि निचले स्तरों से कुछ रिकवरी हो गई। आर्थिक संकट में फंसी जेट एयरवेज ने 17 अप्रैल को अस्थाई रूप से बंद कर दिया था। एयरलाइन की 75 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए इसके कर्जदाता बैंकों ने बोलियां मांगी थीं। अंतिम बोली सिर्फ एतिहाद ने जमा की। लेकिन वह भी बड़ी हिस्सेदारी नहीं लेना चाहती है। उसके पास जेट के 24त्न शेयर पहले से हैं।