4.9 लाख करोड़ के मालिक हैं जकरबर्ग
आपको बता दें कि मार्क जकरबर्ग दो-चार करोड़ के नहीं बल्कि 4.9 लाख करोड़ के मालिक हैं। इस समय वह दुनिया के 8वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। मार्क को बचपन से ही जुनून था और उनको हमेशा से ही कंप्यूटर में रूचि थी। उनका लगाव प्रोग्रामिंग डेलवपमेंट तब और बढ़ा जब उनके पिता ने उन्हें C++ नाम की एक किताब तोहफे में दी। इसके बाद जकरबर्ग ने एक ऐसा बेसिक मैसेजिंग प्रोग्राम जकनेट बनाया था जिसका इस्तेमाल उनके पिता अपने डेंटल ऑफिस में करते थे।
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ऐसे हुई थी फेसबुक की शुरुआत
आपको बता दे कि 14 मई 1984 में जकरबर्ग ने अपने तीन दोस्तों डस्टिन मोस्कोविट्ज, क्रिस ह्यूज और एडुआर्डो सेवेरिन के साथ मिलकर के फेसबुक की शुरुआत की थी। जब इसकी शुरुआत हुई थी तो इसका नाम ‘द फेसबुक’ रखा गया था। इसे हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों के लिए 4 फरवरी 2004 को लॉन्च किया गया और उश समय इसका नाम बदलकर फेसबुक कर दिया गया था। इसके बाद जकरबर्ग ने कॉलेज छोड़ दिया और अपना पूरा समय फेसबुक को देने लगे। फेसबुक की कामयाबी का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि 2004 के आखिर तक तरह फेसबुक के 1 मिलियन यूजर्स हो गए।
जकरबर्ग ने ठुकराया माइक्रोसॉफ्ट का ऑफर
जकरबर्ग का मानना है कि सफलता की एक ही गारंटी हैं लाइफ में रिस्क लेना चाहिए। रिस्क के बाद ही हमको सफलता मिल सकती है। मार्क ने कभी भी नौकरी का लालच नहीं किया। 17 साल की उम्र में मार्क ने दोस्तों के साथ मिलकर सिनेप्स मीडिया प्लेयर बनाया जो यूजर की पसंद के गानों को स्टोर कर लेता था। जब जकरबर्ग ने म्यूजिक सिस्टम बनाया था तो उस वक्त माइक्रोसॉफ्ट और एओएल जैसी बड़ी कंपनियों ने उन्हें इसके बदले 10 लाख डॉलर ऑफर किए थे। दोनों ही कंपनियां उन्हें हायर भी करना चाहती थी, लेकिन जकरबर्ग ने नौकरी की जगह हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई को तरजीह दी। हाईस्कूल के दौरान ही उन्होंने कई कंपनियों के जॉब ऑफर ठुकराए थे। आज वे 38 लाख करोड़ रुपए के मार्केट कैप वाली फेसबुक के सीईओ और चेयरमैन हैं।