जलदाय विभाग के अधीशासी अभियंता भारतभूषण मिगलानी ने बताया कि आमतौर पर चंबल के पानी में 5 से 20 एनटीयू रहती है। बारिश के बाद यह बढ़कर 60-70 से 140-150 के करीब पहुंच गई है। टर्बिडिटी बढऩे से अकेलगढ़ व सकतपुरा में जल उत्पादन प्रभवित हो रहा है।
इस तरह से असर रावतभाटा रोड स्थित अकेलगढ़ में आमतौर पर 300 एमएलडी जल का शोधन किया जाता है। पानी में गंदलापन बढऩे से करीब पानी का उत्पादन करीब 50 एमएलडी कम हो रहा है। सकतपुरा स्थित मिनी अकेलगढ़ से 130 के स्थान पर 100 एमएलडी उत्पादन ही हो पा रहा है।
जलापूर्ति पर प्रभाव टर्बिडिटी का प्रभाव तीन से चार दिन तक रहने की संभावना है। जल उत्पादन में कमी आने से जलापूर्ति प्रभावित रहने की आशंका रहेगी। रामपुरा, डीसीएम,श्रीरामनगर, बोरखेड़ा,प्रेम नगर, कैलाशपुरी,भदाना क्षेत्रों में कम दबाव के साथ जलापूर्ति की जाएगी। इधर नदीपार क्षेत्र में 24 घंटे में एक बार जलापूर्ति की जाएगी। इसका समय सुबह 5 बजे से 10.30 बजे तक रहेगा। पानी की उपलब्धता के अनुसार नयापुरा, स्टेशन, बोरखेड़ा बारां रोड क्षेत्र, पटरी पार क्षेत्रों में कटौती की जा सकती है।
ये क्षेत्र भी प्रभावित टर्बिडिटी बढऩे तथा अकेलगढ़ जल शोधन संयंत्र में विद्युत फॉल्ट आने एवं यूआईटी द्वारा जीर्णोद्धार कार्य के कारण अकेलगढ़ जल शोधन संयंत्र में जलशोधन कार्य प्रभावित हो रहा है। अधिशाषी अभियंता सोमेश मेहरा ने बताया कि इससे यूआईटी की कॉलोनियों के साथ शिवपुरा, दादाबाड़ी वक्फ नगर, किशोरपुरा ,जवाहर नगर में पेयजल की आपूर्ति 24 घंटे में एक बार करने का निर्णय किया गया है। पानी की उपलब्धता के अनुसार अन्य क्षेत्रों में भी कटौती की जा सकती है। विभाग ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि जब भी पेयजल आपूर्ति हो कृपया जल भंडारण करके रखें। चंबल में पानी की स्थिति सामान्य होने तक यह व्यवस्था रहेगी।