पुतिन के साथ एक अनौपचारिक बैठक
ध्यान रहे कि भारत रूस को एक पुराने मित्र के रूप में देखता है जिसने इसके आर्थिक विकास और सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह द्विपक्षीय बैठक तीन महीने बाद हुई है, जब पीएम मोदी ने जुलाई में मॉस्को में पुतिन के साथ एक अनौपचारिक बैठक की थी, जिसने अमेरिका और यूक्रेन में आशंकाएं बढ़ा दी थीं, जो रूस के साथ युद्ध में है। पुतिन ने कहा, “मुझे हमारी जुलाई की बैठक याद है जब हमने कई मुद्दों पर अच्छी चर्चा की थी, और हमने फोन पर भी कई बार बात की। कज़ान में मेरा निमंत्रण स्वीकार करने के लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं।”
समस्याओं का समाधान शांति से हो
पीएम मोदी ने अपनी ओर से कहा कि रूस-यूक्रेन संघर्ष शांति से हल किया जाना चाहिए और भारत सभी संभावित सहयोग प्रदान करने के लिए तैयार है। हम रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष (Russia-Ukraine conflict) के मुद्दे पर निरंतर संपर्क में हैं। हम मानते हैं कि समस्याओं का समाधान शांति से होना चाहिए।” पुतिन के साथ यह बैठक कज़ान में 16वें ब्रिक्स समिट में भाग लेने के लिए पीएम मोदी के कज़ान पहुंचने के कुछ घंटे बाद हुई। पीएम मोदी ने आगे कहा, “हम पूरी तरह से शांति और स्थिरता की जल्दी वापसी का समर्थन करते हैं। हमारे सभी प्रयास मानवता को प्राथमिकता देते हैं। भारत भविष्य में सभी संभावित सहयोग प्रदान करने के लिए तैयार है।”