जिला कलक्टर का यह दूसरा आदेश भी तहसील कार्यालय में पहुंच गया। दोनों आदेशों से 79 गांवों को राहत मिल चुकी है। कलक्टर के इस आदेश से सिवायचक भूमि पर आवास बनाकर रह रहे ग्रामीणों को अपने आशियानों का मालिकाना हक मिलेगा। पंचायतें आबादी में परिवर्तित भूमि पर बसे लोगों के नियमानुसार पट्टे जारी कर सकेगी व शेष भूमि पर नीलामी से भी भूमि का बेचान कर पाएगी। उल्लेखनीय है कि गांवों में परिवारों का कुनबा बढऩे से लोग सिवायचक भूमि पर बसते गए।
इन गावों की भूमि आबादी में दर्ज तलवास पंचायत के केमला गांव में 14 बिस्वा 13 बिस्वा, माणी पंचायत के श्योदानपुरा में पांच बीघा चार बिस्वा, कलयाणी खेड़ा में चार बीघा दो बिस्वा, सुवानिया पंचायत के पाण्डुला में 28 बीघा एक बिस्वा, खोलाड़ा में 28 बीघा, बालापुरा पंचायत के बालापुरा में दस बीघा, हीरापुर में पांच बीघा नौ बिस्वा, फूलेता पंचायत के खेरूणा में 28 बीघा 16 बिस्वा, नाथड़ी में आठ बीघा सात बिस्वा, बागेड़ा में नौ बीघा 13 बिस्वा, फूलेता में 112 बीघा पांच बिस्वा, जेतपुर पंचायत के जेतपुर में 25 बीघा, किशनगंज में सात बीघा तीन बिस्वा, मीणों की झोपडिय़ां में नौ बीघा नौ बिस्वा, सुरली में 11 बीघा नौ बिस्वा, बाछोला पंचायत के देवपुरा में तीन बीघा पांच बिस्वा, कोलाहेडा पंचायत के गावड़ी में 23 बीघा 12 बिस्वा, गाडरिया में 14 बीघा 18 बिस्वा, कोलाहेड़ा में 29 बीघा चार बिस्वा, गुढादेवजी पंचायत के गुढादेवजी में 56 बीघा दस बिस्वा, भवानीपुरा में सात बीघा 13 बिस्वा, डेलपुरा में 24 बीघा 17 बिस्वा, पीपल्या पंचायत के पीपल्या में 17 बीघा 15 बिस्वा, मोतीपुरा में सात बीघा दो बिस्वा, सुसाडिय़ा में नौ बीघा 6 बिस्वा, भजनेरी पंचायत के मैणा में नौ बीघा 11 बिस्वा, चीता की झोंपडिय़ा में चार बीघा दस बिस्वा, करवर पंचायत के अरियाली गांव में 17 बीघा नौ बिस्वा, आंतरदा पंचायत के संग्रामगंज में तीन बीघा 18 बिस्वा, रजलावता पंचायत के बड़ी पड़ाप में 17 बीघा 15 बिस्वा, मानपुरा में सात बीघा दो बिस्वा, रामपुरिया में सात बीघा 19 बिस्वा, सहण पंचायत के शिवपुरा में 35 बीघा 6 बिस्वा, जजावर पंचायत के ताकला में 37 बीघा 19 बिस्वा, सीसोला पंचायत केे बालापुरा में 14 बीघा सात बिस्वा, जरखोदा में 47 बीघा 6 बिस्वा व जजावर में तीस बीघा सिवायचक भूमि आबादी में परिवर्तित की है।
यहां ग्राम पंचायतों के नाम मांग पत्र जारी कमांड एरिया में बसे 13 गांवों में भी सिवायचक भूमि को आबादी में परिवर्तित करने के लिए भूमि का शुल्क जमा कराने का ग्राम पंचायतों के नाम मांग पत्र जारी कर दिया है। भजनेरी में 15 बीघा 13 बिस्वा के लिए 13 हजार 96 8 रुपए, रामंगज में 22 बीघा दो बिस्वा भूमि के लिए 35 हजार 361 रुपए, जीवनपुरा गांव में 6 बीघा आठ बिस्वा भूमि के लिए 922 रुपए का, बीजंता में 6 बीघा 6 बिस्वा भूमि के लिए 908 रुपए, डोडी में बीस बीघा तीन बिस्वा भूमि के लिए दो हजार 15 रुपए का, कालानला में 17 बीघा तीन बिस्वा भूमि के लिए दो हजार 470 रुपए, सादेड़ा में 21 बीघा चार बिस्वा भूमि के लिए दो हजार 140 रुपए, डोकून में 17 बीघा 6 बिस्वा के लिए एक हजार 826 रुपए, कुशालीपुरा में सात बीघा एक बिस्वा भूमि के लिए 705 रुपए, भोमपुरा में 12 बीघा दस बिस्वा के लिए 305 रुपए, बटावदी में 15 बीघा 13 बिस्वा के लिए तीन हजार 165 रुपए, कैथूदा में 40 बीघा पांच बिस्वा के लिए 966 रुपए, भामर में आठ बीघा 11 बिस्वा के लिए एक हजार 232 रुपए का मांग पत्र जारी किया है।
37 गांवों के बाद 42 और गांवों की सिवायकचक भूमि को आबादी में दर्ज करने के आदेश मिल गए। इनके अलावा कमांड क्षेत्र में बसे 13 गंावों में भी सिवायचक भूमि को आबादी में परिवर्तित करने के लिए सम्बंधित पंचायतों के नाम राशि जमा कराने के मांग पत्र जारी किए है। राशि जमा होने के बाद इन गांवों की भूमि भी आबादी में परिवर्तित हो जाएगी।
गजराज सिंह, तहसीलदार नैनवां