लोग सर्दी से बचने के लिए गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए और दिन में जगह-जगह अलाव जलाकर सर्दी से बचाने का जतन करते दिखे। दोपहर में कोहरा कम हुआ, लेकिन गलन का असर बरकरार रहा। शाम ढलने के बाद गलन का असर तेज हो गया। कोटा का अधिकतम तापमान 5 डिग्री गिरकर 15.4 व न्यूनतम तापमान 2 डिग्री बढ़कर 12.4 डिग्री सेल्सियस रहा। अधिकतम व न्यूनतम तापमान में मात्र 3 डिग्री का अंतर रहा। दृश्यता 1500 मीटर से गिरकर 200 मीटर पर पहुंच गई। हवा की रफ्तार 6 किमी प्रति घंटे रही।
बारां जिले शनिवार शाम से रात तक चले मावठ की बारिश के दौर ने मौसम में एकाएक बदलाव ला दिया। बारिश के बाद तापमान में तीन से पांच डि़ग्री की गिरावट दर्ज की गई। न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह कल के मुकाबले 4 डिग्री कम रहा। रातभर हुई बारिश के बाद रविवार सुबह घना कोहरा होने के चलते सड़क और रेल यातायात प्रभावित रहा।
हाइवे पर वाहन हैडलाइट जलाकर चले तो कोहरे के चलते लंबी दूरी की रेलगाडि़यां अपने समय से देरी से पहुंची। तापमान में अचानक आई कमी के चलते जनजीवन प्रभावित रहा। बूंदी भी घने कोहरे की चादर में लिपटी रही। झालावाड़ जिले में रविवार को दिनभर सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए। कड़ाके की सर्दी से लोग ठिठुरते रहे। न्यूनतम तापमान 7 डिग्री दर्ज किया गया।
आगे ऐसा रहेगा मौसम मौसम विभाग के अनुसार, कोटा व आसपास क्षेत्रों में 13 जनवरी को फॉग का असर रहेगा। 14 जनवरी को मौसम साफ रहेगा। 15 जनवरी को फिर बादल छाए रहेंगे।