गौरतलब है कि करीब 5 साल पहले दो दिवसीय अमृतधारा महोत्सव की शुरुआत हुई थी। इस साल दो दिनी महोत्सव को एक दिन का कराया गया। महाशिवरात्रि के दिन होने वाले महोत्सव में दिनभर स्थानीय कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी। लेकिन दर्शकों और अतिथियों की कुर्सियां खाली पड़ी थीं।
महोत्सव में मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री रामविचार नेता और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल अध्यक्षता करने वाले थे। वहीं विशिष्ट अतिथि सांसद ज्योत्सना महंत, विधायक रेणुका सिंह, महापौर कंचन जायसवाल, जिपं अध्यक्ष रेणुका सिंह, उपाध्यक्ष वेदांति तिवारी, जनपद अध्यक्ष विनय शंकर सिंह, उपाध्यक्ष राजेश साहू,
नपाअध्यक्ष मनेंद्रगढ़ प्रभा पटेल, नपं लेदरी अध्यक्ष सरोज यादव, झगराखांड़ अध्यक्ष रजनीश पांडेय, खडग़वां जनपद अध्यक्ष सोनमती उर्रे, नपं खोंगापानी अध्यक्ष धीरेंद्र विश्वकर्मा, सरपंच सोनसाय बनाए गए थे। लेकिन दोपहर 12 से देर शाम तक होने वाले महोत्सव में सिर्फ जिपं अध्यक्ष, जनपद अध्यक्ष-उपाध्यक्ष मनेंद्रगढ़ ही पहुंचे थे।
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रेणुका बोलीं- प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं रखा गयाभरतपुर सोनहत विधायक सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन ने प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं रखा। महोत्व के आमंत्रण पत्र में भाजपा नेताओं के नाम नहीं थे। विधायक भइयालाल राजवाड़े सहित क्षेत्र के जिपं सदस्य दृगपाल सिंह का नाम नहीं होने से कार्यकर्ता दुखी और हमारे नेता नाराज हैं।
जब हमारे कार्यकर्ता-नेता नाराज हैं, वैसी जगह पर रेणुका सिंह नहीं जा सकती है। मामले में मैंने जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दिए हैं कि भविष्य में दोबारा ऐसी गलती न करे।