सोनहत ब्लॉक के ग्राम कुशमहां निवासी कालीशंकर पाठक ने पुलिस को बताया कि उसका पुत्र 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद 2-3 वर्षों से नीट की परीक्षा (Big fraud) के लिए भिलाई में रहकर कोचिंग कर रहा था। नीट-2023 एग्जाम में सम्मिलित हुआ था, लेकिन उसे अंक कम मिले थे।
मई 2023 में नीट का रिजल्ट घोषित होने के बाद पुत्र के मोबाइल पर कई बार फोन आया। बात करने पर अपना नाम भिलाई निवासी देवेन्द्र साहू बताया। उसने यह भी कहा कि नीट परीक्षा में कम अंक प्राप्त करने वाले कई विद्यार्थियों को कॉलेज में प्रवेश दिला
(Big fraud) चुका है।
वह उसे भी बीएएमएस कॉलेज में एडमिशन दिला देगा। मामले को लेकर बार-बार फोन करता रहा। उसने बताया कि बार-बार फोन करता देख उसने स्वयं देवेन्द्र से बात की। फिर पुत्र को उससे मिलने के लिए भिलाई भेजा।
भिलाई के सूर्या मॉल के ऊपर बने ऑफिस में हुई मुलाकात
उसने बताया कि भिलाई में सूर्या मॉल के ऊपर बने ऑफिस में पुत्र की उससे मुलाकात हुई। यहां देवेंद्र ने एडमिशन दिलाने के नाम पर 50 हजार रुपए पहले जमा (Big fraud) करने की बात कही। उसने पैसे की व्यवस्था कर पुत्र के बैंक खाता में जमा कर 12 जुलाई 23 को 20 हजार रुपए भेजा गया।
इसके बाद अलग-अलग कुल 50 हजार रुपए भेजे गए। उसने यह भी बताया कि दुष्यंत कुमार का नंबर है। तब बोला कि सारे शैक्षणिक दस्तावेज तैयार रखना एक महीने के भीतर प्रवेश दिला देगा। रुपए लेने के बाद देवेन्द्र साहू टालमटोल करता रहा।
Big fraud: आयुर्वेदिक कॉलेज के एमडी से कराई बात
दो महीने बाद देवेन्द्र साहू ने बताया कि भोपाल के आरडी मेमोरियल कॉलेज में तुम्हारा एडमिशन होगा। कान्फे्रंस कॉल में एक अन्य व्यक्ति, जिसने खुद को आरडी मेमोरियल आयुर्वेदिक कॉलेज का मेनेजिंग डायरेक्टर बताते हुए कहा कि देवेन्द्र साहू के फोन पे पर एडमिशन 1 लाख रुपए जमा (Big fraud) कर दो। इस पर हमने पैसा भेज दिया था। मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 34, 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।