कलेक्टर को समस्या से अवगत कराया। कलेक्टर ने समस्या के निराकरण का आश्वासन दिया है। मंगलवार को जनचौपाल में ग्राम पंचायत कनबेरी ग्राम भलपहरी के ग्रामीण बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं कलेक्टर कार्यालय पहुंची। ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना वर्ष 2015 से शुरू हुई है।
जबकि वर्ष 2011 के जनगणना सूची में कई ग्रामीण परिवारों का नाम है। उन्होंने आवेदन भी किया था, लेकिन अभी तक किसी भी पात्र हितग्राही का योजना अंतर्गत मकान नहीं मिला है। ग्रामीण अब भी झुग्गी-झोपड़ी में ही निवास कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में पंचायत अधिकारी से पूछने पर योजना बंद होने की बात कही गई। इसे लेकर नाराज ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। समस्या से अवगत कराया है।
वार्ड में एक हैंडपंप, वह भी खराब
ग्राम भलपहरी की महिलाओं ने बताया कि वार्ड क्रमांक दो में एक हैंडपंप है, वह भी खराब हो गई है। इस कारण पेयजल व निस्तारी के लिए काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। गर्मी के दिनों में परेशानी और बढ़ जाएगी। इसे लेकर आक्रोशित महिलाओं ने पंप को ठीक कराने के साथ ही अन्य स्त्रोत से पेयजल उपलब्ध कराने की मांग की है।
खोलार नाला पुल पर पहुंच मार्ग की मांग
ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर ग्राम पंचायत जवाली अंतर्गत खोलार नाला के लिए पहुंच मार्ग निर्माण की मांग की गई है। ग्रामीणों ने बताया कि पुल का निर्माण हुए लगभग पांच साल बीत गए हैं, लेकिन पुल के दोनों ओर ग्राम पंचायत सिंघाली और जवाली की ओर पहुंच मार्ग का निर्माण नहीं होने के कारण लोगों को आवाजाही में काफी असुविधा हो रही है। इसे लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है।
सुतर्रा मार्ग पर सिटी बस चलाने की मांग
भाजयुमो कटघोरा मंडल ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर सुतर्रा मार्ग पर सिटी परिचालन शुरू करने की मांग की है। सुतर्रा मार्ग पर सिटी बच नहीं चलने से लगभग एक दर्जन से अधिक ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आवाजाही में काफी परेशानी हो रही है। मंडल उपाध्यक्ष रजींत ङ्क्षसह बताया कि कोरबा से कटघोरा आने वाली बस कटघोरा बस स्टैंड से सुतर्रा, लखनपुर, ढेलवाडीह, शुक्लाखार, बांकीमोंगरा मार्ग पर सिटी बस चलाने से लोगों को राहत मिलेगी।
खुले वाहन से राखड़ परिवहन पर रोक लगाने की मांग
भाजयुमो ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर राखड़ परिवहन पर रोक लगाने की मांग की गई है। पदाधिकारी ने बताया कि शहर व उप नगरीय क्षेत्रों में खुले वाहनों के माध्यम से राखड़ का परिवहन किया जा रहा है। राखड़ सड़क पर गिर रही है। इससे वाहन चालक के साथ ही मुख्य मार्ग से लगे मकान में रहने वाले लोग खासे परेशान हो रहे हैं। चालक वाहन को तिरपाल ढंकने में लापरवाही बरत रहे हैं। इसके लिए कैप्सूल वाहन के माध्यम से राखड़ करने की मांग की गई है।