बच्चे की मांग की लाश पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिलने के बाद पुलिस के लिए अब इस मामले की गुत्थी सुलझाना और कठिन हो गया है। इधर पुलिस को थी कि बच्चे की हत्या में मां शामिल हो सकती है। इसके पीछे पुलिस तर्क दे रही थी कि बच्चे को अंतिम बार मां के साथ देखा गया था। अब मां की लाश भी फांसी के फंदे पर लटकी हुई मिली है। इस स्थिति में पुलिस के लिए यह हो गया है कि इस मामले का पर्दाफाश कैसे किया जाए और किन सबूतों के आधार पर यह कहा जा सके कि बच्चे की हत्या में मां शामिल थी।
रविवार सुबह दादरखुर्द ग्राम ढेलवाडीह के पास एसईसीएल मानिकपुर खदान के ओवरबर्डन में एक पेड़ पर लटकी महिला की लाश देखी गई। उसकी पहचान मालती चौहान से की गई। बताया जाता है कि मालती चौहान 20 फरवरी की सुबह दो साल के बच्चे को लेकर घर से निकली थी। इसके बाद घर नहीं लौटी। 21 फरवरी की शाम खरमोरा के सागौन बाड़ी में एक बच्चे की लाश पत्तों से ढंकी हुई मिली थी। बच्चे की हत्या गला काटकर की गई थी। इसे जलाने की भी कोशिश की गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि घटना के बाद से मालती भी लापता है। तब से पुलिस उसकी पतासाजी कर रही थी। उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही थी। शनिवार को ग्राम दादरखुर्द के लोगों ने भी मालती की तलाश शुरू की थी। इस बीच रविवार को उसकी लाश फांसी के फंदे पर मिली। मामले की सूचना मिलते ही घटना स्थल के आसपास ग्रामीण एकत्र हो गए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। मर्ग कायम कर पुलिस जांच कर रही है।
बेहद गरीब है मालती का परिवार, मानसिक तौर से थी परेशान बताया जाता है कि मालती का परिवार बेहद गरीब है। घटना के दिन मालती कोरबा मेडिकल कॉलेज में भर्ती अपने पति गणेश राम को देखने के लिए निकली थी। इसके बाद से घर नहीं लौटी। मालती मानसिक तौर पर बीमार थी। इसके पहले भी बिना बताए घर से कहीं चली जाती थी।