अभी 195 मालगाडिय़ां रोज दौड़ रहीं, 2030 तक इनकी संख्या होगी 530, ऐसे में ट्रेनें ना हो प्रभावित इसलिए रेलवे ने बनाया ये प्लान
आकाश श्रीवास्तवCG Railway News : छत्तीसगढ़ में 2030 तक कोयला ढुलाई की वजह से रेलवे ट्रैक पर ट्रैफिक दोगुने से अधिक बढ़ सकता है। चार रूट कोरबा से चांपा, चांपा से बिलासपुर, बिलासपुर से रायपुर और पेंड्रारोड से अनूपपुर के बीच कोल ट्रैफिक सबसे अधिक होगा। इस ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए रेलवे ने निर्माणाधीन प्रोजेक्ट के साथ कई अन्य योजनाओं को एक्शन प्लान में शामिल किया है। बता दें कि वर्तमान में सात रेलवे लाइनों पर प्रतिदिन 195 रैक का दबाव है, 2030 तक यह बढ़कर 520 रैक प्रतिदिन तक हो जाएगा। (chhattisgarh news) इसका असर मुंबई-हावड़ा मेन लाइन और अनूपपुर से पेंड्रा लाइन पर सबसे अधिक होगा।
रेल एवं कोल मंत्रालय ने कोयला उत्पादन में अग्रणी छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, मध्य प्रदेश के लिए इंट्रीगेटेड कोल लॉजिस्टक प्लान का ब्लूप्रिंट तैयार किया है। (korba news) इस प्लान में यही देखा गया है कि आगामी वर्षों कोरबा, मांड-रायगढ़ कोल फिल्ड्स के अलावा नीलामी प्रक्रिया में शामिल 27 नए कोयला खदानों से कितना कोयला निकलेगा। (cg korba news) इस कोयले को किस रूट से अन्य राज्यों तक भेजा जाएगा। 2030 तक कोयला ढुलाई से रेलवे लाइन पर कितना ट्रैफिक बढ़ सकता है।
टू वे ट्रैफिक बढ़ रहा : कोयला ढुलाई की वजह से यात्री ट्रेनें सबसे अधिक प्रभावित हो रही है। चांपा से बिलासपुर के बीच टू वे ट्रैफिक 206 रैक प्रतिदिन है। (chhattisgarh news) करीब 115 फीसदी लोड इस लाइन पर है। बिलासपुर से रायपुर के बीच भी टू वे ट्रैफिक 206 रैक है, यहां 158 फीसदी लोड है। वहीं पेंड्रारोड से अनूपपुर के बीच 98 रैक प्रतिदिन टू वे ट्रैफिक है।
गेवरारोड-चांपा रूट : करीब 30 किमी के इस रूट पर ऑटो सिग्नल लगाने का काम चल रहा है, तीसरी लाइन का प्रोजेक्ट प्लान में शामिल किया गया है। इसके अलावा कोरबा यार्ड मॉडिफिकेशन भी किया जाएगा।
पेंड्रारोड से अनूपपुर : पेंड्रारोड से अनूपपुर तक चौथी लाइन बिछाने का काम शुरू होगा, जिसे भविष्य में कटनी तक बढ़ाया जाएगा। बिलासपुर से रायपुर : इस लाइन के दबाव को कटघोरा से डोंगरगढ़ तक बन रहे कॉरिडोर में शिफ्ट किया जाएगा। ताकि बिलासपुर से रायपुर के बीच लाइन पर लोड कम हो सके।
नई लाइनों पर होगा सबसे अधिक दबाव अभी प्रदेश में तीन नई लाइनों और एक का नवीनीकरण किया जा रहा है। रायगढ़ से खरसिया के बीच प्रतिदिन 21.3 रैक, रायगढ़ से गेवरा तक 5.8 रैक, गेवरारोड से पेंड्रारोड तक 46.3 रैक का लोड होगा। वहीं गेवरा रोड से चांपा के बीच 59.6 रैक का परिवहन प्रतिदिन होगा। (cg hindi news) रैक इन रूटों से आगे जिन राज्यों के लिए जाएगी उन रूट पर और लोड बढ़ेगा।
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