फर्जी ट्रांसफर आर्डर निकालकर बन गया जिले का SDO, ऐसे हुआ काले कारनामों का खुलासा
वाहन चालक ने बकायदा बच्ची को घर के दरवाजे तक भी छोड़ा, लेकिन बच्ची घर के भीतर न जाकर बस की ओर वापस आने लगी। इसी बीच वाहन चालक बस को पीछे कर ही रहा था कि, बच्ची पीछले चक्के के नीचे आ गई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। ज्ञात हो कि, जिस भी स्कूल में बस की सुविधा होती हैं वहॉ हेल्फर व स्टॉफ अलग से बस के साथ भेजा जाता है, लेकिन इस स्कूल प्रबंधन ने अब तक कोई ऐसी व्यवस्था नहीं कर रखी हैं। जिसके चलते वाहन चालक को ही स्टापेज में वाहन रोककर बच्चों को घर तक पहुंचाना पड़ता है। मौके पर मौजूद रहे ग्रामीणों की माने तो इस घटना की जिम्मेदार स्कूल प्रबंधन हैं।इस वजह से बच्चों से लेकर बूढ़ो तक हो रहें डायबिटीज और BP के शिकार, सामने आए चौकाने वाले [typography_font:14pt;” >आकड़े
Click & Read More Chhattisgarh News.