CG News: जानें मामला…
विभाग का दावा घर-घर तक शुद्ध जल पहुंचने का केवल कागजों में ही चलता नजर आ रहा है। यह मामला केशकाल विकासखंड के ग्राम पंचायत पिपरा का है। जहां ग्रामीणों ने जब इस संबंध में ठेकेदार को फोन लगाया तो उसने बताया कि, बोरवेल सक्सेस नहीं होने की वजह से पानी देने में अभी असमर्थ हूं। आप अधिक जानकारी के लिए विभागीय अधिकारियों से बात कर सकते हैं। जब विभाग के पास जल का स्रोत ही नहीं था तो इतनी बड़ी राशि उसे इलाके में खर्च कर क्यों ओवर है? टैंक बनाई गई और तो और पाइपलाइन तो बढ़ा दिया गया है। वहीं कई घरों में नल का कनेक्शन भी दे दिया गया है। लेकिन वहां कुछ घरों में अब भी बनने वाला चबूतरा नहीं बन पाया है। ठेकेदार की माने तो पानी चालू होते ही वह इस बचे काम को समय रहते पूरा कर देंगे।
यह मामला कहीं और इशारा कर रहा…
CG News: लेकिन समझ से परे यह है कि, राशि की स्वीकृति होने के बाद विभाग केवल राशि को खर्च करने में ही क्यों जुटा रहा, समय पर यदि जल स्रोत ढूंढ लिए होते तो शायद आज लोगों को इस योजना से शुद्ध पानी मिलना शुरू हो गया होता लेकिन यहां तो मामला कही और इशारा कर रहा है। जिम्मेदार अधिकारियों को इस मामले की समय रहते जांच करनी चाहिए।
वहीं ग्रामीणों की माने तो अभी तो जैसे तैसे कर चल जा रहा है, लेकिन हमें लगा था कि गर्मी के दिनों में इस योजना से घर-घर पानी पहुंच जाएगा जब आसपास के तालाब कुआ, नल आदि सूख जाएंगे, लेकिन यह तो केवल हम ग्रामीणों के लिए सपना है कि हमारे घरों तक शुद्ध पानी की सप्लाई हो पाएगी। खैर देखना होगा कि इस पंचायत में ग्रामीणों को कब तक शुद्ध पानी विभाग के द्वारा उनके घरों तक पहुंच कर दिया जाता है।
पीएचई, एसडीओ, केके कोल्हे: कार्य की स्वीकृत होने के बाद हमने यहां निर्माण कार्य शुरू करवाया, अब जल स्रोत ढूंढ रहे हैं जल स्रोत मिलते ही कनेक्शन से जल की सप्लाई शुरू करवा दी जाएगी।