डॉ. प्रतापराव कदम व स्थानीय संयोजक प्रज्ञान गुप्ता ने बताया कि यह सम्मान वर्ष-1994 से निरंतर जारी है व अबतक करीब 38 रचनाकारों को समर्पित किया गया है। इसके आयोजन खंडवा के अलावा नई दिल्ली, लखनऊ, पटना, बरेली, भिलाई, भोपाल, इंदौर, सागर सहित देश के प्रमुख शहरों में हुए हैं। सम्मानित रचनाकार का चयन वरिष्ठ साहित्यकारों की एक ज्यूरी करती है।
मंगलेश डबराल, राजेश जोशी, विजय कुमार, अरुण कमल, नरेंद्र जैन, लीलाधर मंडलोई, सुदीप बनर्जी, वीरेद डंगवाल, अरविंद जैन, ज्ञानरंजन, राजेंद्र शर्मा, विष्णु नागर, विनोद दास, ज्ञानेंद्रपति, नर्मदाप्रसाद उपाध्याय, मनमोहन, महेश कटारे, इब्बार रब्बी, सुधीश पचौरी, पंकज सिंह, कर्मेन्दु शिशिर, पुष्पिता, अभिमन्यु अनत, मदन कश्यप, शरद दत्त, प्रभात त्रिपाठी, कमला प्रसाद, बद्री नारायण, विश्वनाथ त्रिपाठी, नरेश सक्सेना, ओम थानवी, ऋतुराज, सुधीर विद्यार्थी, अनामिका, हरीशंकर पांडे, पंकज राग, एकांत श्रीवास्तव व यतीन्द्र मिश्र को अब तक शमशेर सम्मान मिल चुका है।
1994 में खंडवा से आगाज हुआ। उसके बाद सागर, इंदौर, भोपाल, खंडवा, नई दिल्ली, भोपाल, नई दिल्ली, नई दिल्ली, खंडवा, खंडवा, इंदौर, इंदौर, भिलाई, भिलाई, नई दिल्ली, नई दिल्ली, भोपाल, भोपाल, पटना, पटना के बाद लगातार आठ बार दिल्ली, दो बार लखनऊ, दो बार बरेली के बाद नई दिल्ली, खंडवा, नई दिल्ली, खंडवा व नई दिल्ली में आयोजन हुए हैं।