परिवार को सुखमय बनाने के पांच संकल्प भी बताए। वहीं देशभर से आए कुटुंब प्रबोधन संयोजकों ने अपने क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों से हुए परिवर्तन पर भी विचार व्यक्त किए।
आज संतों और कुटुम्बों से मिलेंगे भागवत
बौद्धिक सत्र में मध्य क्षेत्र प्रचारक प्रेमशंकर ने बताया कि संघ के इन्हीं पांच संकल्पों को लेकर कुटुम्ब मित्र अपने क्षेत्र के परिवारों तक जाकर चर्चा करेंगे। रविवार सुबह डॉ. भागवत संन्यास आश्रम में कुछ स्वयंसेवकों के परिवार और संतों से मुलाकात करेंगे। देश की सामाजिक स्थितियों, सामाजिक समरसता के कार्यक्रमों को बढ़ाने पर चर्चा होगी।
खुशहाली के 5 संकल्प
खुशहाली के पांच संकल्प परिवार में सुखमय वातावरण के 5 संकल्प और व्यक्तिगत तरकी के उपाय भी बताए। संघ के इन संकल्पों को लेकर कुटुम्ब मित्र, परिवारों तक जाकर चर्चा करेंगे। 1. परिजन के बीच संवाद बढ़ाने के लिए महीने में दोबीन बार एकसाथ बैठकर चर्चा करें। महीने की उपलिधयों और मुश्किलों पर बात करें। 2. महीने में कम से कम एक बार दोस्तों को घर चाय पर आमंत्रित करें। उनके साथ भोजन करें।
3. घर में मोबाइल का कम से कम उपयोग किया जाए। घर में रहते समय सभी सदस्य मोबाइल अलग रखकर आपस में चर्चा करें। 4. व्यक्तिगत तरक्की के लिए सुबह उठने के समय को 30 मिनट पहले करें। इन 30 मिनट को किसी सृजनात्मक कार्य में लगाया जा सकता है।