मांधाता विस में एक बार फिर कांग्रेस ने पुरनी हाउस पर विश्वास जताया है। विधानसभा उपचुनाव मे 22 हजार मतों से हार का मुंह देख चुके उत्तमपाल सिंह दिग्विजयसिंह गुट से मैदान में है। लोकसभा उपचुनाव 2021 में कांग्रेस से चुनाव लड़ चुके उनके पिता ठा. राजनारायण सिंह को मांधाता विधानसभा से करीब 4500 मतों की बढ़त मिली थी। यहां कांग्रेस से उनके पिता का नाम भी सर्वे सूची में था और अमिताभ मंडलोई भी यहां से दावेदारी जता रहे थे, लेकिन राजपूत, गुर्जर बाहुल्य विधानसभा में पार्टी ने कोई जोखिम न उठाते हुए कांग्रेस ने ठाकुर उत्तमपाल सिंह पुरनी को टिकट दिया है। पंधाना विधानसभा में पिछला चुनाव बागी के रूप में लड़ चुकी रूपाली बारे को इस बार कांग्रेस ने पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया है। यहां कांग्रेस के पास रूपाली बारे के अलावा कोई विकल्प भी सामने नहीं था।
चुनौती- अरुण यादव गुट का साधना
मांधाता विस क्षेत्र से कांग्रेस के तीन जिला पंचायत सदस्य हैं, जो अरुण यादव गुट से है और टिकट की दावेदारी में थे। पिछले चुनाव में भी अरुण यादव गुट ने उत्तमपाल सिंह का विरोध किया था। पूर्व के चुनाव में भी राजनारायण सिंह तोमर का भी यहां विरोध रहा है, लोकसभा के उपचुनाव में इस गुट ने कांग्रेस ने दूसरी बना ली थी।
ताकत- युवाओं के बीच अच्छी पकड़
उत्तमपाल सिंह उपचुनाव में हार के बाद भी क्षेत्र में काफी सक्रिय रहे। युवाओं के बीच उनकी अच्छी पकड़ है। परिवर्तन यात्रा भी क्षेत्र में निकाल चुके है, जिसे काफी समर्थन मिला था। इसके साथ धार्मिक आयोजन भी कराते रहे है। पिता की गांवों में अच्छी पकड़ है। पिता-पुत्र की जोड़ी में युवा और बुजुर्ग दोनों का समर्थन मिलने की उम्मीद है।
संसदीय क्षेत्र – खंडवा
1- विस क्रमांक 175 मांधाता सामान्य- जिला खंडवा
2. नाम – ठाकुर उत्तमपाल सिंह
3. उम्र- 43
4. शिक्षा- पोस्ट ग्रेजुएट- एमएसडब्ल्यू
5. व्यवसाय- कंट्रक्शन, गिट्टी के्रशर
राजनीतिक कॅरियर- तीन बार यूथ कांग्रेस अध्यक्ष रहे, मांधाता विधानसभा उपचुनाव 2020 में कांग्रेस से चुनाव लड़ा। राहुल गांधी की हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा में 18 दिन साथ रहे।
6. टिकट क्यों- मांधाता विधानसभा में पिता राजनारायण सिंह और स्वयं का नाम सर्वे सूची में सबसे ऊपर होना। राजपूत बाहुल्य विस क्षेत्र में पिता दो बार विधायक, पिछले लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस को यहां से बढ़त दिलाई।
7. 2013 राजनारायण सिंह- कांग्रेस, हार
8. 2018 नारायण पटेल- कांग्रेस, जीत
9. मौजूदा विधायक- नारायण पटेल, भाजपा
10. 2020 में उपचुनाव में उत्तमपाल सिंह- कांग्रेस हार
चुनौती- बगावत के चलते जुड़ाव कम
पिछले चुनाव में टिकट कटने पर अरुण यादव गुट के खिलाफ खुलकर मैदान में आईं थीं। चुनाव के दौरान अरुण यादव पर भी आरोप प्रत्यारोप लगाए थे। क्षेत्र में यादव गुट की अच्छी पकड़ होने और बगावत के कारण कांग्रेस के कई पदाधिकारियों का विरोध भी है। इनको साधना बारे के लिए बड़ी चुनौती हो सकता है।
ताकत- युवा चेहरा, कोई विकल्प नहीं होना
विस क्षेत्र में काफी सक्रियता रही है, युवा चेहरा होना भी रूपाली के पक्ष में है। भील बाहुल्य समाज की बाहुल्यता है, बारे में भील समुदाय से आती हैं। भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी का फायदा भी बारे को मिल सकता है। कांग्रेस से अभी तक खुलकर कोई विरोध भी सामने नहीं आया है।
संसदीय क्षेत्र – खंडवा
1- विस क्रमांक 178 पंधाना अजजा- जिला खंडवा
2. नाम – रूपाली नंदू बारे
3. उम्र- 33
4. शिक्षा- बीई- इलेक्ट्रिकल
5. व्यवसाय- राजनीति
राजनीतिक कॅरियर- 1917 में यूथ कांग्रेस प्रदेश महासचिव, वर्तमान में कांग्रेस की सक्रिय सदस्य। वर्ष 2018 में निर्दलीय चुनाव लड़कर तीसरे स्थान पर रहीं।
6. टिकट क्यों- कांग्रेस की सर्वे सूची में नाम सबसे आगे होने, कांग्रेस की छाया मोरे द्वारा भाजपा ज्वाइन करने के बाद क्षेत्र में सबसे मजबूत दावेदार के रूप में उभरी। कोई खास विरोध भी नहीं।
7. 2013 नंदू बारे- कांग्रेस, हार
8. 2018 छाया मोरे- कांग्रेस, हार
9. मौजूदा विधायक- राम दांगोररे, भाजपा
10. पिछले चुनाव में हार का मार्जिन- 23750
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