1 दिसंबर को अखिल विश्व गायत्री परिवार देव सरस्वती विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या कार्यक्रम में उपस्थित होंगे। उनके प्रवास और कार्यक्र को भी अंतिम रूप दिया गया। डॉ. पांडे हॉट पिपलिया से पुनासा, कालमुखी होते हुए छैगांव और वहां से सिरसौद आएंगे। यहां कार्यक्रम को संबोधित करने सहित कन्याओं का प्रशिक्षण देते हुए ग्रामीणजनों, प्रबुद्ध लोगों से भेंट करेंगे।अगले दिन परतवाड़ा अपने कार्यक्रम के लिए प्रस्थान करेंगे।
कार्यक्रम सह संयोजक डॉ. अजय लाड़ ने बताया कौशल प्रशिक्षण शिविर के एक दिवस पूर्व बुधवार को कलश यात्रा निकाली जाएगी। कलश यात्रा में बेटियां ट्रैक्टर, बुलेट, मोटरसाइकिल, बैलगाड़ी चलाएंगी। कलश यात्रा का संचालन पूरी तरह बेटियों का रहेगा। बेटियां बैंड बजाएगी, कई संगीत टोलिया रहेगी। 10 घोड़ों पर वीरांगनाओं के रूप में बेटियां सवार रहेंगी। अलग-अलग झांकियों में देवी स्वरूप में बेटियां शामिल रहेंगी। हाथों में झंडे, आत्मसुरक्षा का संदेश देते हुए लाठियां, तलवार, भाले भी थामें रहेंगी। रविवार को कलश यात्रा के लिए 108 कलश तैयार किए गए, जिस पर ओम व स्वास्तिक बनाया गया।