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CG Fraud News: ऑनलाइन लोन के नाम पर ठगी से रहें सावधान, नहीं तो मिनटों में हो जाएंगे बर्बाद जिला बेमेतरा का निवासी युवक नीट पीजी का तैयारी कर रहा है जो शेयर मार्केट में रकम लगाकर अत्यधिक लाभ के
लालच में आकर 6 लाख 30 हजार रुपए गवां बैठा। जबकि इसी मामले में कवर्धा कोतवाली में युवाओं से एक करोड़ 38 लाख रुपए की ठगी किए जाने का पहले ही एफआईआर दर्ज हो चुका है। हालांकि मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली ही है।
बेमेतरा निवासी युवक ने एफआईआर में बताया कि धर्मेश धुर्वे, यतीन्द्र धुर्वे, हर्षिता शर्मा निवासी राजमहल चौक कवर्धा के निवासी हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 में रविन्द्र कुम्भकार और मित्रों के साथ निवास कवर्धा में विवाह सम्मेलन में धर्मेश धुर्वे से पहचान हुआ। तब उनके द्वारा बताया कि उनकी एक कम्पनी हैं जिसमें पैसे को इन्वेस्टमेन्ट कराकर 10 प्रतिशत प्रति माह लाभ दिलाना बताया। इस पर प्रार्थी
युवक ने मई 2023 में धर्मेश धुर्वे को नगद 30 हजार रुपए दिया। भरोसा कर पुन: 19 सितंबर 2023 को 80 हजार रुपए, 21 सितंबर को एक लाख रुपए सहित कुल 6 लाख 30 हजार रुपए बेमेतरा के आईसीआईसीआई बैंक खाता से नेट बैंकिंग के जरिए उनके बताए गए कंपनी के अकाउण्ट नंबर जो कि धर्मेश धुर्वे के नाम पर है उसमें रकम ट्रांसफ र किया।
कुछ रकम यतीन्द्र धुर्वे व हर्षिता शर्मा के कहने पर उसके भाई धर्मेश धुर्वे के पास जमा कराया। शुरू में कुछ रकम अक्टूबर, नवम्बर 2023 और जनवरी 2024 व मई 2024 में दिया फिर रुपए देना बंद कर दिया। इसके बार वे लोग रकम लौटाने से इनकार दिए। वहीं झूठे मामले में फसा देने की धमकी दे रहे हैं। मामले पुलिस ने धर्मेश धुर्वे, यतीन्द्र धुर्वे, हर्षिता शर्मा के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया है।
कई जिलों तक ठगी का मामला
इसी मामले में पूर्व एफआईआर पर अब तक जिला पुलिस द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं की जा सकी है। आरोपियों के बैंक खातों को होल्ड कराया गया है। इसके अलावा अन्य कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है जबकि मामले को दो माह बीत चुके हैं। साथ ही मामला केवल डेढ़ करोड़ रुपए तक सीमित नहीं है। प्रार्थियों ने बताया कि इस ठगी में करोड़ों रुपए को ठगी हुई है। केवल कवर्धा नहीं बल्कि बेमेतरा, बिलासपुर, सक्ती, कोरबा सहित कई जिलों के बड़ी संख्या में लोग इस धोखाधड़ी की शिकार हुए हैं। इतनी बड़ी ठगी और शिकायत पर एफआईआर के बाद भी कार्रवाई नहीं होना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है।