एक समय था जब जिले में गिनती के खेल होते और सुविधाओं के अभाव में राष्ट्रीय स्तर के खेल में गिने-चुने खिलाड़ी को ही मौका मिलता, लेकिन अब ऐसा नहीं है। खिलाडिय़ों को लगातार मौके मिल रहे हैं। इस वर्ष तो 100 से अधिक खिलाड़ी नेशनल खेल तक पहुंच गए। कई खेल में तो छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करते हुए नेशनल पदक भी हासिल कर चुके हैं। खेल के प्रति विद्यार्थियों की रूचि बढ़ती जा रही है। सुविधाओं को अभाव तो है लेकिन खेल का खिलाडिय़ों में जुनून भी है, जिसके चलते लगातार जीत दर्ज कर रहे हैं। पिछले वर्ष 75 खिलाड़ी राष्ट्रीय खेल तक पहुंचे थे, लेकिन इस वर्ष उनकी संख्या 113 जा पहुंची है। अब तक 97 खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर खेल में अपना दमखम दिखा चुके हैं, जबकि अन्य खिलाड़ी आगामी दिनों में अपना प्रदर्शन करेंगे। इसमें मिनी, जूनियर और सीनियर खिलाड़ी शामिल हैं।
जिले में केवल राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी ही नहीं बल्कि रेफरी भी सामने आ रहे हैं। जिले में वरिष्ठ कोच राकेशनाथ और संगीता त्रिपाठी फ्लोर बॉल के राष्ट्रीय स्तर के रेफरी बन चुके हैं।
हर खेल में खिलाड़ी माहिर
इस वर्ष राष्ट्रीय खेल में कबीरधाम के खिलाडिय़ों में शानदान प्रदर्शन किया। कराते में तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विजेता रहे। वहीं जिले के खिलाडिय़ों ने छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया और बेसबॉल, कबड्डी, ड्राप रो बॉल, फ्लोरबॉल में राष्ट्रीय पदक हासिक लिया। वहीं बॉल बैडमिंटन, व्हालीबॉल में शानदान प्रदर्शन किए।
यहां से निकल रहे खिलाड़ी
कवर्धा नगर में मुख्य रूप से बेसबॉल, बाल बैडमिंटन, कराते, व्हालीबॉल के खिलाड़ी निकल रहे हैं। वहीं ग्राम मोहगांव में साफ्टबॉल, रोलबॉल, ड्राप रो बॉल, ग्राम तरेगांव में हैण्डबॉल, कबड्डी और तिरंदाजी में माहिर हो रहे हैं। वहीं रणवीरपुर में थ्रो बॉल, रामपुर व राजानवागांव में रग्बी और स्पीड बॉल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
जिले के खिलाड़ी लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके चलते ही वह राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच चुके हैं और पदक भी हासिल कर रहे हैं। कोशिश है कि अधिक से अधिक खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय स्तर पर खेल का मौका मिले।
एचडी कुरैशी, खेल अधिकारी शिक्षा विभाग कबीरधाम