बरेला में चार दिन से नहीं मूवमेंट
बरही रेंजर डॉ. गौरव सक्सेना ने बताया कि बरेला में 8 सितंबर को बाघ ने ग्रामीण हेतराम विश्वकर्मा पर हमला किया गया था। इसके बाद से ही यहां कैमरे लगाकर मॉनीटरिंग की जा रही थी। पिछले चार दिनों से यहां आसपास बाघ का मूवमेंट नजर नहीं आया है। जिससे ऐसा कहा जा सकता है बाघ इस क्षेत्र से मूव कर चुका है। हालांकि ग्रामीणों को अभी भी सतर्क रहने की जरूरत है।
अपनी टेरेटरी बना रहा है युवा बाघ
एसडीओ राहुल मिश्रा ने बताया कि जिस बाघ ने दोनों ग्रामीणों पर हमला किया है वह सभवत: एक ही है। बाघ की उम्र करीब 3 वर्ष है। आमतौर पर ढाई वर्ष तक बाघ मां के साथ ही रहते हैं इसके बाद अपनी टेरेटरी बनाने जंगल में विचरण करते हैं। बरही में भी बाघ ने आसपास किसी जानवर का शिकार किया है, जिसके चलते उसकी उपस्थित बनी हुई है।
गांव में मुनादी, बांधवगढ़ से पहुंचे डॉक्टर
बाघ के हमले की केवलारी व बरेला ग्राम में हुई घटना के बाद से ही वनविभाग द्वारा दोनों गांवों में मुनादी लगातार कराई जा रही है। इसके अलावा तीन टीमें लगातार गश्त कर रही हैं। गुरुवार को बांधवगढ़ से पशु चिकित्सक नितिन गुप्ता यहां पहुंचे और वनविभाग के अधिकारियों के साथ जंगल का भ्रमण किया। उन्होंने ग्रामीणों को समझाइश दी और बाघ के व्यवहार के बारे में बताया।