कटनी के वनपरिक्षेत्र बड़वारा के बिचपुरा जंगल में नन्हा शावक अपनी मां से बिछड़ गया। वन विभाग के अधिकारी करीब 8 घंटे तक बाघिन के लौटने के इंतजार में शावक की निगरानी करते रहे, लेकिन वह नहीं लौटी। आखिरकार जबलपुर से एक्सपर्ट की टीम बुलाकर शावक का रेस्क्यू किया गया और स्वास्थ्य परीक्षण कर उसे मुकुंदपुर जू शिफ्ट किया गया।
करीब 20 दिन की उम्र का शावक चहलकदमी कर रहा था- रेंजर डेविड चिह्ना ने बताया कि 12 दिसंबर की दोपहर गश्ती दल को बिचपुरा बीट में शावक के रोने की आवाज सुनाई दी। मौके पर जाकर देखा गया तो करीब 20 दिन की उम्र का शावक चहलकदमी कर रहा था। आशंका यह थी कि बाघिन आसपास मौजूद होगी। शावक की निगरानी दूर से की गई।
स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फोरेंसिक एंड हेल्थ, जबलपुर की चिकित्सक टीम को शावक के रेस्क्यू के लिए बुलाया- शावक करीब 200 मीटर के क्षेत्र में ही घूमता रहा, लेकिन मां बाघिन नहीं लौटी। बाद में अधिकारियों ने स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फोरेंसिक एंड हेल्थ, जबलपुर की चिकित्सक टीम को शावक के रेस्क्यू के लिए बुलाया। टीम ने रेस्क्यू से पहले उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया।