इन गांवों में होगी पहल
स्वास्थ्य विभाग के मलेरिया विभाग द्वारा बड़वारा, बहोरीबंद और उमरियापान सेक्टर में यह पहल की जा रही है। बड़वारा के रोहनिया व झिंझरी स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत आने वाले सभी गांव, बहोरीबंद के बहोरीबंद व कूडऩ स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गन आने वाले गांव सहित उमरियापान के शुक्ल पिपरिया व पिपरिया सहलावन अंतर्गत आने वाले सभी गांवों में सिंथेटिक पायरेट्राइड कीटनाशक का छिड़काव कराकर सभी मच्छरों को खत्म किया जाएगा। इस अभियान के दौरान लोगों को मच्छरों से बचकर रहने भी सलाह दी जाएगी।
मच्छर के कटाने ये छह जानलेवा बीमारिया:
मच्छर के काटने से लोगों को छह जानलेवा बीमारियां होती हैं। इसमें मलेरिया है जो मादा एनाफिलीज के काटने से होती है। इसके काटने से परजीवी लालरक्त कोशिकाओं में प्रवेश कर एनीमिया जैसी गंभीर जानलेवा बीमारी को जन्म देते हैं। इसी प्रकार एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से डेंगू का भी संक्रमण फैलता है। एजीड मच्छर डंकर मारकर चिकनगुनिया जैसी जानलेवा बीमारी को जन्म देता है। एंडीज इजिष्टी मच्छर के काटने से जीका वायरस फैलता है जो समय पर इलाज न मिले तो मौत संभव है। संक्रमित मच्छर के काटने से जापानी एन्सेफलाइटिस वायरस भी फैलता है। इडीस इजिष्टीआइ स्टीगोमिया फेसियाट मच्छर के काटने यह जानलेवा बीमारी होती है। वहीं क्यूलेक्स के अटैक से फायलेरिया जैसी घातक बीमारी की चपेट में लोग आ रहे हैं।
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इनका कहना है
जिले के जिन गांवों में वन-एपीआइ से अधिक वाले मलेरिया के मरीज 2018 के सर्वे में मिले थे वहां पर सिंथेटिक पायरेट्राइड कीटनाशक का छिड़काव कराया जाएगा। यहां पर मच्छरदानियों का वितरण नहीं किया गया। ग्रामीणों को मच्छर से बचकर रहने भी जागरुक किया जाएगा।
शालिनी नामदेव, जिला मलेरिया अधिकारी।