तीन साल में अधर में पहली प्राथमिकता, अधिग्रहण के फेर में उलझी सडक़, पीड़ा भुगत रही शहर की जनता
घटना ने खोली सुरक्षा व्यवस्था की पोल
दिनदहाड़े हुई इस वारदात ने सब्जी मंडी जैसे व्यस्त इलाके में पुलिस गश्त और सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी है। सवाल यह उठता है कि सब्जी मंडी में बड़ी संख्या में भीड़ होने के बावजूद बदमाश आसानी से वारदात को अंजाम देकर भागने में कैसे सफल रहे? पुलिस ने घटना के बाद सब्जी मंडी स्थित दुकानों के सीसीटीवी कैमरे खंगाले। एक मोबाइल दुकान के कैमरे में महिला तो दिखाई दे रही है, लेकिन लूट की घटना रिकॉर्ड नहीं हुई। पुलिस का मानना है कि यह मामला संदिग्ध हो सकती है।
कोतवाली पुलिस को यह संदेह है कि इतने व्यस्त इलाके में महिला के हाथ से कंगन उतारना संभव नहीं लगता। महिला ने घटनास्थल पर शोर मचाकर मदद क्यों नहीं मांगी, घटना के डेढ़ घंटे बाद महिला ने पुलिस को सूचना दी, जिससे मामला और उलझ गया। पुलिस अन्य दुकानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और घटना से जुड़े हर पहलू की जांच कर रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही सच का पता लगाया जाएगा। दिनदहाड़े हुई इस घटना ने न केवल पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि आम जनता में भी असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है।
संदिग्ध है मामला
आशीष कुमार शर्मा, कोतवाली टीआई का कहना है कि घटना की शुरुआती जांच में कई बातें संदिग्ध लग रही हैं। महिला के गले से चेन छीनने की संभावना है, लेकिन कंगन की कहानी पर संदेह है। शिकायत झूठी प्रतीत हो रही है, जांच पूरी होने के बाद ही सच सामने आएगा।
दिनदहाड़े हुई इस घटना ने न केवल लोगों में डर पैदा किया है, बल्कि पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह वारदात बताती है कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी सुरक्षा का अभाव है। सुदर्शन वर्मा ने कहा, स्प्रे के कारण वह घबरा गई थी और कुछ बोल नहीं पाई। इसी दौरान बदमाश मेरी चेन और कंगन लेकर भाग गए। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस गश्त की कमी को जिम्मेदार ठहराया। एक दुकानदार ने कहा, सब्जी मंडी में रोजाना हजारों लोग आते हैं, लेकिन पुलिस की कोई गश्त नजर नहीं आती। इससे बदमाश बेखौफ हो गए हैं। यह पूरे शहर का हाल है।