वॉटर बॉडी रिज्यूविनेशन स्कीम के तहत मोहनघाट का काम भी इसी ठेकेदार के माध्यम से 75 लाख रुपए में कराया जा रहा है। इस काम का भी 2 जनवरी 24 को अनुबंध हुआ था। यहां भी काम में लेटलतीफी हुई। यहां पर बैंक विस्तारीकरण व पिचिंग का काम 35 से 40 फीसदी हुआ है। ग्रीन एरिया विस्तारीकरण व पाथ-वे सहित घाट का रिनोवेशन का काम तक शुरू नहीं हो पाया।
कार्रवाई न होने से जारी है मनमानी
नगर निगम के अधिकांश विकास कार्यों का यही हाल है। ठेकेदार ठेका लेकर फिर अपने हिसाब से काम करते हैं। हर निर्माण कार्य समय सीमा पर नहीं हो पा रही। अधिकारियों द्वारा ठीक से निगरानी न करने व बेपरवाही पाए जाने पर कार्रवाई न किए जाने के कारण लेटलतीफी हो रही है।
मोहन घाट व मसुरहा घाट में अमृत 2.0 के तहत काम चल रहा है। घाटों का निर्माण व सौंदर्यीकरण गुणवत्तापूर्ण हो यह व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। काम में देरी न हो, इसके लिए समीक्षा की जाएगी। ठेकेदार पर कार्रवाई भी होगी।
नीलेश दुबे, आयुक्त नगर निगम।