मां 64 योगनियों की हुई स्थापना
2012 मंदिर का विशेष जीर्णोद्धार कराया गया। मंदिर के गुंबज, गेट, परिसर को आकर्षक बनाया गया है। मंदिर परिसर में पट्टाभिरामाचार्य महाराज के सानिध्य में 64 योगनियों की स्थापना कराई गई। नवरात्र के अलावा साल भर यहां भक्तों की भीड़ लगती है। गर्भगृह सहित मंदिर विराजी मां जालपा और माता कालका, शारदा व जालपा की दिव्य छवि के दर्शन कर श्रद्धालुओं के जन्मजन्मांतर के पाप दूर कर रहे हैं। बिहारीलाल पंडा की पांचवी पीढ़ी की संतान लालजी पंडा व उनके पुत्र मातारानी की सेवा में लगे हुए हैं।