रजिस्ट्रेशन के बाद भी नहीं मिलेगा लाभ
बता दें कि जिले को 20 दिन पहले टारगेट मिलने के कारण युद्ध स्तर पर जिला पंचायत से लेकर जनपद व ग्राम पंचायतों तक पीएम आवास बनाने की तैयारी हो गई थी। रजिस्ट्रेशन से लेकर जियोटैग की प्रक्रिया हो रही थी। 20 दिन के अंदर विभाग ने 13 हजार के रजिस्ट्रेशन कंपलीट कर लिए थे। एकाएक लक्ष्य कम होने से ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत तक के अधिकारियों के सामने समस्या खड़ी हो गई है। अब सिर्फ 9 हजार 873 को ही पहली किस्त जारी हो पाएगी।
खास-खास:
– जिले में अब भी 22 हजार से अधिक गरीब ऐसे हैं जिनके पास पक्के मकान नहीं हैं और वे इस योजना के लिए पात्र हैं।
– 42 हजार उन हितग्राहियों के को प्रधानमंत्री आवास का इंतजार है, जिनके यहां दो कमरे कच्चे हैं।
– सर्वे के बाद भी 25 हजार से अधिक अधिक लोगों ने आवेदन दिया है, जिन्होंने बताया है कि उनके पास पक्के व रहने के लिए मकान नहीं है।
– प्रधानमंत्री आवास योजना में 60 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार और 40 प्रतिशत राशि राज्य शासन की खर्च हो रही है।
इनका कहना है
20 दिन पहले प्रधानमंत्री आवास बनाने के लिए 15 हजार से अधिक का टारगेट मिला था। दो दिन पहले घटाकर शासन द्वारा 9 हजार कर दिया गया है। इसमें 13 हजार के रजिस्ट्रेशन हो गए थे। अब जो भी पहली किस्त आवंटित होगी वह 9 हजार के मान से ही की जाएगी। जब अगला टारगेट आएगा उसके बाद शेष को इसमें शामिल किया जाएगा। यह लक्ष्य क्यों कम हुआ है इसकी जानकारी नहीं है।
सपना त्रिपाठी, संयुक्त कलेक्टर व प्रभारी सीइओ जिला पंचायत।