नहीं सुन रहे अफसर
पत्रिका से चर्चा के दौरान बद्री प्रसाद ने कहा कि ग्राम पंचायत के सरपंच-सचिव, जनपद पंचायत, तहसीलदार, एसडीम सहित कलेक्टर को कई बार आवेदन कर चुका है। जनसुनवाई में भी कई बार समस्या लेकर गया। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री को भी एक बार पत्र दे चुका है। दिव्यांगता पेंशन की मांग कर चुका है, लेकिन अब तक सुनवाई नहीं हुई। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले में जन कल्याणकारी योजनाओं को लेकर जिम्मेदार कितने गंभीर हैं।
मामला उजागर होने पर दिखाते हैं तत्परता
हैरानी की बात तो कि जब मीडिया द्वारा ऐसे दिव्यांगों, जरुरतमंदों की समस्या उजगार की जाती है जब आनन-फानन में अफसर तत्परता दिखाते हैं। तत्काल आदेश जारी करते हैं और राहत दिलाते हैं। इसके पहले जरुरतमंदों की किसी को भी फिक्र नहीं होती। गायत्री नगर निगम शिवम, शास्त्री कॉलोनी निवासी शिवा गुप्ता सहित रीठी ब्लॉक की एक वृद्ध महिला को आनन-फानन में पेंशन दिलाने का काम हुआ था।