कासगंज। उत्तर प्रदेश की कासगंज नगर पालिका में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। नगर पालिका के चेयरमैन समेत अधिकारी भी शासन प्रशासन को चूना लगाने में नहीं चूक रहे हैं। इस बार खुलासा पालिका के सभासदों ने किया है। खुलासे के बाद हरकत में आए अधिशासी अभियंता ने तत्काल प्रभाव से जारी की गई तीन करोड़ की निविदा को निरस्त कर दिया है।
सभासदों ने किया खुलासा दरअसल नगर पालिका/निगम के चुनाव होने हैं। मात्र छह दिन बाद चेयरमैन के अधिकार सीज कर दिए जाएंगे। इसके बावजूद भी पालिका चेयरमैन रूप किशोर कुशवाह तरह-तरह से हथकंडे अजामा रहे हैं। सात जुलाई को नगर पालिका चेयरमैन और अधिशासी अधिकारी से साठगांठ कर तीन करोड़ रूपए की टेंडर प्रक्रिया की निविदा अलीगढ़ एडीशन के अखबारों में प्रकाशित करा दी। जिससे सभासदों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने नगर पालिका परिषद में विरोध किया।
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गुपुप तरीके से की टेंडर प्रक्रिया सभासदों का कहना है कि जिन उपकरणों के लिए टेंडर उठाए जाने की बात दर्शाई गई है, वह उपकरण पहले से ही पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं। पालिका चेयरमैन ने पुराने सामान का रंग रोगन कराकर तैयार करा लिया है। जिससे होने वाली टेंडर प्रक्रिया की धनराशि आसानी से पचाई जा सके। सभासद पूष्पेन्द्र सोनी ने बताया कि गुप्त रूप से बाहरी अखबारों में फर्जी निविदा छपवाकर टेंडर प्रक्रिया इसलिए पूरी की गई है। जिससे यहां के ठेकेदारों को कोई जानकारी नहीं हो सके और टेंडर प्रक्रिया गुपचुप तरीके से पूरी की जा सके। वीडियो
ठेका निरस्त उधर इस मामले की जानकारी मीडियाकर्मियों ने अधिशासी अभियंता श्रीश मिश्र को दी तो वह सकते में आ गए और उन्होंने तत्काल रूप से प्रकाशित की गई निविदा प्रक्रिया को निरस्त करने के आदेश दे दिए।