इस दौरान महासंघ के जिलाध्यक्ष सतवीर सिंह राजावत के नेतृत्व में विभिन्न विभागों के मंत्रालयिक कर्मचारियों ने विरोध-प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष सतवीर सिंह ने कहा कि सरकार मंत्रालयिक कर्मचारियों की मांगों के प्रति गंभीर नहीं है। शासन की महत्वपूर्ण कड़ी होने के बावजूद उनकी अनदेखी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मांगों को लेकर महासंघ की ओर से आंदोलन की रूपरेखा तय की गई है, जिसके तहत मंगलवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया गया है, जबकि 18 अगस्तसे सभी विभागों में महाआंदोलन के लिए जागृति अभियान चलाया जाएगा। 15 सितम्बर को जयपुर में महारैली का आयोजन होगा।
विरोध-प्रदर्शन के बाद महासंघ की ओर से मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। इसमें स्टेट पैरिटी के आधार पर कनिष्ठ सहायक की ग्रेड पे 3600 करने,अधीनस्थ मंत्रालयिक कर्मचारियों को शासन सचिवालय के मंत्रालयिक संवर्ग के समान वेतनमान एवं पदोन्नति के अवसर उपलब्ध कराने, कनिष्ठ सहायक की शैक्षणिक योग्यता स्नातक निर्धारित करने, मंत्रालयिक संवर्ग को उच्च पदोन्नति के अवसर उपलब्ध कराने, वित्त विभाग द्वारा जारी अधिसूचना में की गई वेतन कटौती के आदेश को निरस्त कर ग्रेड पे 2400 के 3 लेवल एवं ग्रेड पे 2800 के 2 लेबल को एक-एक करने, मृत राज्य कर्मचारी आश्रित मंत्रालयिक कर्मचारियों को टंकण परीक्षा से मुक्तकरने तथा मंत्रालयिककर्मचारियोंको 2500 रुपए प्रतिमाह कम्प्यूटर दक्षता भत्ता स्वीकृत करने, मंत्रालयिक कर्मचारियों के लिए पृथक से निदेशालय का गठन करने, नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू करने सहित 11 सूत्रीयमांग की गई हैं।
इस दौरान जिलाध्यक्ष राजावत सहित जिला महामंत्री प्रसूनकुमार जैन, जिला कोषाध्यक्ष गोविन्दकुमार गुप्ता, मण्डरायल ब्लॉक अध्यक्ष कृष्णानन्द, सपोटरा ब्लॉक अध्यक्ष सीताराम मीना, नादौती ब्लॉक अध्यक्ष मनोज शर्मा, पंचायतराज संघ के जिलाध्यक्ष आशाराम, माघवेन्द्र मेहरा, दशरथ सिंह, विवेक शर्मा, अभिषेक व अन्य मंत्रालयिक कर्मचारी उपस्थित थे।