कुरसवां निवासी दर्जी अशोक कश्यप की बेटी सपना का चयन मालदीव में होने वाली हैंडबॉल लीग के लिए भारतीय टीम में हुआ था। पासपोर्ट में एक धब्बा लगा होने के कारण वह मालदीव नहीं जा सकी। मालदीव न जाने से परेशान सपना ने अपनी व्यथा सांसद सत्यदेव पचौरी के सामने रखीं। उन्होंने सोमवार शाम को पासपोर्ट अधिकारियों से बातचीत की। तत्काल पासपोर्ट अधिकारी सक्रिय हो गए। पांच बजे सपना के सभी दस्तावेज ईमेल किए गए और सात बजे उनको मंगलवार का समय मिल गया। मंगलवार सुबह सपना परिवार के साथ 11 बजे पासपोर्ट कार्यालय पहुंची। वहां पर उसने एक प्रार्थना-पत्र पासपोर्ट अधिकारी को दिया। दो घंटे बाद डेढ़ बजे सपना का नया पासपोर्ट बनकर उसे मिल गया। जिसे पाकर सपना फूली नहीं समाई। उसने कहा कि अब वह मालदीव जाकर जरूर जीतेगी। परिवार और कानपुर का नाम मालदीव में रोशन करेगी। सपना व उसके परिजनों ने सांसद सत्यदेव पचौरी के घर जाकर उनको धन्यवाद दिया। मालदीव में तीन जुलाई से अंतरराष्ट्रीय वुमंस हैंडबॉल टूर्नामेंट शुरू हो जाएगा।
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स्टार्टअप रैंकिंग में यूपी के दूसरे नंबर पर लखनऊ, इस शहर ने रचा इतिहास पहले भी जिम्नास्ट को एक घंटे में मिला था पासपोर्ट ऐसी ही फरवरी महीने में एक प्रकरण में तत्परता से औपचारिकताएं पूरी कर पासपोर्ट दिया गया था। गोरखपुर निवासी जिम्नास्ट को एशियाई प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व करना था। उसने लखनऊ पहुंचकर क्षेत्रीय पासपोर्ट दफ्तर में यह बताया तो आरपीओ कनिष्क शर्मा ने एक घंटे में पासपोर्ट तैयार करवा कर उनको सौंपा था। अधिकारियों की तत्परता से पासपोर्ट तैयार हो सका।